बाल विवाह रोकथाम: राजसमंद जन विकास संस्थान द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सौजन्य से बाल विवाह रोकथाम, बाल श्रम इत्यादि अन्य सामाजिक बुराईयों के संबंध में कार्यशाला का आयोजन

राजसमंद जन विकास संस्थान द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सौजन्य से बाल विवाह रोकथाम, बाल श्रम इत्यादि अन्य सामाजिक बुराईयों के संबंध में कार्यशाला का आयोजन।

बाल विवाह रोकथाम, बाल श्रम इत्यादि अन्य सामाजिक बुराईयों के संबंध में कार्यशाला का आयोजन

सिरोही। राजसमंद जन विकास संस्थान द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सौजन्य से बाल विवाह रोकथाम, बाल श्रम इत्यादि अन्य सामाजिक बुराईयों के संबंध में कार्यशाला का आयोजन आज दिनांक 16.10.2023 को किया गया।

कार्यक्रम में आशा सहयोगिनीयों व आंगनवाडी कार्यकर्ताओं  को बाल विवाह रोकथाम व बाल श्रम के बारे में जानकारी प्रदान करवायी गयी तथा इसके रोकथाम में सहयोग हेतु प्रोत्साहित किया गया।

कार्यक्रम के प्रारम्भ में स्वागत प्रक्रिया में रामदेव सांदू, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का स्वागत श्री जितेन्द्र बीलवाल तथा श्रीमति रतन बाफना, अध्यक्ष, बाल कल्याण समिति, सिरोही का स्वागत सुश्री हन्ना हरसन एवं श्री हंसाराम सिरवी व श्री महावीर चौधरी, सर्किल इंस्पेक्टर, रेलवे का स्वागत श्री जगदीश छीपा, सामुदायक सामाजिक कार्यकर्ता द्वारा किया गया।

इस अवसर पर सचिव, जिला विधिेक सेवा प्राधिकरण, सिरोही द्वारा बाल विवाह रोकथाम के संबंध जानकारी दी तथा प्राधिकरण के एक ऑनलाईन शिकायत अथवा कानूनी सलाह पोर्टल के बारे में बताया। 

कार्यक्रम में मंच संचालन सुश्री हन्ना हरसन, परामर्शदाता, राजसमंद जन विकास संस्थान द्वारा किया गया था। सुश्री हन्ना हरसन द्वारा बाल यौन शोषण व पीडितों की मानसिक सहायता के संबंध में जानकारी प्रदान की तथा राजसमंद जन विकास संस्थान द्वारा सामाजिक बुराईयों से समाज को मुक्त कराने में योगदान के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया।

सुश्री हन्ना हरसन ने बच्चों के मानसिक विकास में समाज व माता पिता के योगदान को अति महत्वपूर्ण बताते हुए बच्चों के साथ अच्छे व्यवहार को आवश्यक बताया। श्रीमती रतन बाफना, अध्यक्ष, बाल कल्याण समिति द्वारा बाल विवाह को एक सामाजिक बुराई बताते हुए समाज को बाल विवाह मुक्त करने हेतु आमजन को सहयोग करने की अपील की।

श्री जितेन्द्र बीलवाल, परियोजना अधिकारी, बचपन बचाव आंदोलन द्वारा बाल विवाह एवं बाल विवाह मुक्त भारत के बारे में जानकारी प्रदान की गयी। कार्यक्रम के दौरान बाल विवाह से संबंधित पुस्तक तथा पोस्टर का विमोचन भी किया गया।

श्रीमती सकून्तला पमेचा, राजसमंद जन विकास संस्थान द्वारा सभी अतिथिगण को धन्यवाद ज्ञापित किया गया। श्रीमती सकून्तला पमेचा, राजसमंद जन विकास संस्थान द्वारा कहा गया कि संस्थान हमेश से ही सामाजिक बुराईयों को समाज को मुक्त कराने में आगे रहा है।

पमेचा ने बताया कि राजसमंद जन विकास संस्थान प्रदेश के शहर, तहसील, गाँव, ढाणी में महिलाओं के प्रति समाज में होने वाली हिंसा, न्याय, सम्मान और समान अधिकार और जाति वर्ग, लिंग आधारित भेद भाव एवं महिलाओ के  खिलाफ़ होने वाली हिंसा को लेकर आवाज उठाने का काम कर रही है।

इस कार्यशाला के दौरान रामदेव सांदू, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सिरोही श्रीमती रतन बाफना, अध्यक्ष, बाल कल्याण समिति, सिरोही, श्री ओम प्रकाश, सहायक निदेशक, महिला व बाल विकास विभाग, सिरोही, श्रीमती सकूंतला पमेचा, अध्यक्ष, राजसमंद जन विकास संस्थान, श्री जितेन्द्र बीलवाल, परियोजना अधिकारी, बचपन बचाव आंदोलन, हन्ना हरसन, परामर्शदाता, श्री हंसाराम सिरवी व श्री महावीर चौधरी, सर्किल इंस्पेक्टर, रेलवे एवं रानी छीपा, जगदीश छीपा सामुदायक सामाजिक कार्यकर्ता व पुष्पा सिंघवी, शबाना आदि उपस्थित रहें।

कार्यक्रम में बाल विवाह को रोकने के लिए शपथ दिलायी गयी तथा हस्ताक्षर अभियान चलाया गया।