Rajasthan खेती में ड्रोन का प्रदर्शन: कृषि कार्य में बहुउपयोगी ड्रोन का प्रदर्शन, कृषि मंत्री कटारिया ने इनोवेटिव तकनीक की सराहना की

राजस्थान सरकार के कृषि मंत्री लाल चंद कटारिया ने जयपुर के कालवाड़ के पास खेत में कृषि कार्य के लिए बहुउपयोगी ड्रोन के प्रदर्शन का अवलोकन किया। 

जयपुर।
राजस्थान सरकार के कृषि मंत्री लाल चंद कटारिया ने जयपुर के कालवाड़ के पास खेत में कृषि कार्य के लिए बहुउपयोगी ड्रोन के प्रदर्शन का अवलोकन किया। 
कटारिया ने इस इनोवेटिव तकनीक की सराहना करते हुए राज्य में किसान हित में उचित, सुरक्षित एवं लाभप्रद उपयोग की संभावना को ध्यान में रखते हुए बेहतर नीति पर कार्य योजना तैयार करने की मंशा व्यक्त की।
कंपनी प्रतिनिधियों ने कृषि मंत्री के समक्ष ड्रोन की विशेषताओं, तकनीकी मापदंडों, सुरक्षा फीचर तथा इससे किसानों को होने वाले लाभ की जानकारी दी।


कटारिया ने प्रदर्शन के माध्यम से विभिन्न फसलों पर कृषि रसायनों, जल घुलनशील उर्वरकों, ऑर्गेनिक अदानों तथा नैनो यूरिया आदि के छिड़काव का अवलोकन कराया। 
उन्होंने बताया कि यह ड्रोन ऑटो सेंसर के माध्यम से एक निश्चित ऊंचाई पर उड़कर एक बार में करीब 10 लीटर का छिड़काव कर सकता है। 
एक एकड़ में करीब 10 मिनट में स्प्रे कर सकता है। खेत में आने वाले पेड़ या अन्य रूकावट को सेंसर के माध्यम से बचाता है तथा उत्कृष्ट श्रेणी के नोजल द्वारा फसल के हर भाग पर ऊपर से मिस्टिंग से स्प्रे करता है जो पारम्परिक स्प्रे से ज्यादा लाभप्रद व किफायती है। 
उल्लेखनीय है कि ग्रामीण उद्यमियों, एफपीओ, सीएचसी आदि के लिए ‘सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर मेकेनाइजेशन’ के तहत ड्रोन के लिए अनुदान का प्रावधान किया गया है। 
इस ड्रोन का उपयोग ग्रीन एरिया में ही किया जा सकता है जबकि एयरपोर्ट तथा मिलिट्री या बॉर्डर जैसे संवेदनशील क्षेत्र में उपयोग निषिद्ध है। डीजीसीए से सर्टिफिकेटधारी ही इसका उपयोग कर सकते हैं।