राजस्थान: कटारिया पर सीएम का बयान: नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया मेंटली डिस्टर्ब्ड, पार्टी में कटारिया को नहीं मिल रहा सम्मान: सीएम गहलोत

आज मीडिया से वार्ता के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारियो को मेंटली डिस्टर्ब्ड बता दिया। सीएम गहलोत ने कहा कि कटारिया ने रावण और सीता को लेकर बयान दिया है ये जनता बर्दास्त नहीं करेगी।

नई दिल्ली, एजेंसी। 
राजस्थान की राजनीति में पक्ष—विपक्ष के नेताओं की ओर से लगातार विवादित बयान आ रहे हैं। महाराणा प्रताप पर नेता प्रतिपक्ष के विवादित बयान के बाद हंगामा हुआ, अब एक बार फिर वे रावण और सीता के पर बयान देकर कांग्रेस के​ निशाने पर आ गए। आज मीडिया से वार्ता के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारियो को मेंटली डिस्टर्ब्ड बता दिया।
सीएम गहलोत ने कहा कि कटारिया ने रावण और सीता को लेकर बयान दिया है ये जनता बर्दास्त नहीं करेगी। कटारिया ने पहले महाराणा प्रताप के बारे में बोला, अब रावण का उदाहरण देने के लिए सीता पर बयान दिया। उनके इस तरह के बयानों से लगता है कि उन्हें पार्टी में सम्मान नहीं मिल रहा है। इससे वे परेशान हो जाते हैं।


गहलोत ने कहा कि कटारिया जी का मैं सम्मान करता हूं, लेकिन वे मीडिया के सामने ऐसे—ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर रहे है कि सोच भी नहीं सकते। वे आरएसएस कैडर के होने के बावजूद मैं उनका सम्मान करता हूं। इसी के चलते मैंने उन्हें कई बाद समझाया कि बिलो द बेल्ट वार मत किया करो। 
सीएम ने कहा कि कटारिया ने महाराणा के लिए क्या क्या बोल दिया। ऐसे में राजस्थान के लोग उन्हें भूल नहीं सकते। प्रताप का राजपूत समुदाय के साथ 36कौम के लोग सम्मान करते है, क्या हिंदू इसे बर्दाश्त करेगा।  सीएम ने कहा कि भाजपा का हिंदुत्व केवल चुनाव जीतने तक के लिए है, जबकि कांग्रेस का हिंदुत्व आमजन की सुरक्षा के लिए तथा धार्मिक मान्यता के लिए है। 
गहलोत ने कहा कि हिंदू होने पर हमें गर्व है। महात्मा गांधी ने भी ये ही कहा था कि हमें हिंदू होने पर गर्व है। हिंदू होने के साथ ही हम सभी धर्मों का सम्मान करते है। दूसरे धर्मों का सम्मान करने से ही समाज में प्रेम रहेगा, देश विकास करेगा। 
गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए कहा कि केंद्र की सत्ता पक्ष सरकार को हिंसा रोकनी चाहिए, लेकिन ये लोग हिंसा को बढ़ावा दे रहे है। देश को आगे आकर कहना चाहिए कि किसी भी कीमत पर हिंस बर्दाश्त नहीं होगी।  लेकिन भारत में उल्टी गंगा बह रही है।