शांत-सरल के स्वभाव धनी: देश के 49वें प्रधान न्यायाधीश बने जस्टिस उदय उमेश ललित, सिर्फ 74 दिन के लिए संभालेंगे कमान

जस्टिस उदय उमेश ललित देश के मुख्य न्यायाधीश के रूप में सिर्फ 74 दिन के लिए सर्वाेच्च अदालत की कमान संभालेंगे।

नई दिल्ली |  भारत के 49वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में  जस्टिस उदय उमेश ललित ने आज शनिवार को शपथ ग्रहण की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित को भारत के मुख्य न्यायाधीश के पद की शपथ दिलाईं। इस दौरान राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ समेत अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। आपको बता दें कि, जस्टिस एनवी रमण का सीजेआई के रूप में कार्यकाल 26 अगस्त को समाप्त हो गया था।

सिर्फ 74 दिन के लिए संभालेंगे कमान
जस्टिस उदय उमेश ललित देश के मुख्य न्यायाधीश के रूप में सिर्फ 74 दिन के लिए सर्वाेच्च अदालत की कमान संभालेंगे। जस्टिस यूयू ललित 8 नवंबर को सीजेआई के पद से रिटायर हो जाएंगे। बता दें कि, सीजेआई के तौर पर जस्टिस यूयू ललित सर्वोच्च न्यायालय की उस कॉलेजियम का नेतृत्व करेंगे, जिसमें जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस हिमा कौल, जस्टिस एस. अब्दुल नजीर और जस्टिस इंदिरा बनर्जी शामिल होंगी। जस्टिस बनर्जी के 23 सितंबर को रिटायर होने के साथ ही जस्टिस केएम जोसेफ कॉलेजियम में प्रवेश करेंगे। 

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शांत-सरल के स्वभाव धनी, न्याय के प्रति सम्मान को लेकर कई केसों से बनाई दूरी
जस्टिस यूयू ललित को उनके शांत व सरल स्वभाव के लिए जाना जाता है। जस्टिस ललित शांत रहकर अपना काम करते हैं और सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी बेहद कम टिप्पणियां करते हैं। न्याय के प्रति सम्मान बना रहे इसके लिए उन्होंने कई महत्वपूर्ण केसों से दूरी बना ली। यहां तक की अयोध्या- बाबरी केस की सुनवाई से उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया था।