21 तोपों की सलामी के साथ : द्रौपदी मुर्मू ने ली देश की 15वीं राष्ट्रपति के रूप में शपथ, विपक्ष के यशवंत सिंहा को दी थी मात

सोमवार को सुबह भारत के चीफ जस्टिस एनवी रमना ने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई।

नई दिल्ली | President Droupadi Murmu: भारत को द्रौपदी मुर्मू के रूप में 15वीं राष्ट्रपति मिल गई हैं। सोमवार को 64 वर्षीय द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली। इस दौरान उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई। राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने के बाद द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनी हैं। आज सोमवार को सुबह भारत के चीफ जस्टिस एनवी रमना ने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई। द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने पर आदिवासी समाज में खुशी की लहर छाई हुई है। उनके गृहनगर ओडिशा के रायरंगपुर में गांव में इस समय जश्न का माहौल है। वहीं, द्रौपदी मुर्मू को बधाईयां मिलने का सिलसिला चल पड़ा है। 

देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति 
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति का पद ग्रहण किया। इस दौरान उनके साथ पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी मौजूद रहे। आपको बता दें कि, द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को करारी मात देकर जीत दर्ज की और भारत की दूसरी महिला राष्ट्रपति बनने का गौरव प्राप्त किया है। 

ऐसा रहा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का राजनीतिक सफर
भारत के सर्वोच्च राष्ट्रपति पद पर आसीन होने वाली द्रौपदी मुर्मू 2015 में झारखंड के राज्यपाल का पद संभालने वाली पहली महिला भी रही हैं। महामहिम मुर्मू ओडिशा से दो बार भाजपा विधायक रहीं। इस दौरान ओडिशा में नवीन पटनायक कैबिनेट में मंत्री का पदभार भी संभाल चुकी हैं। ओडिशा सरकार में द्रौपदी मुर्मू ने परिवहन, वाणिज्य, मत्स्य पालन और पशुपालन जैसे मंत्रालयों को बखूबी संभाला था।