सरकार के पक्ष में उतरे कैबिनेट मंत्री: भाजपा सरकार के कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत और सुमित गोदारा ने विपक्षी नेताओं के बयानों को बताया बचकाना और बेतुका
पूर्ववर्ती कांग्रेस की भ्रष्ट सरकार ने कभी सोचा तक नहीं कि आजादी के 67 साल में केवल 7 नए जिले बनाए गए, जबकि इन्होंने राजनीतिक लाभ प्राप्त करने के चलते चुनावी साल के अंतिम 6 माह में 17 नए जिले और 3 संभाग बनाने की घोषणा कर दी।
जयपुर, 28 दिसंबर 2024। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सरकार की कैबिनेट बैठक के बाद विपक्ष की ओर से की गई अनर्गल बयानबाजी पर पलटवार करते हुए कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत और सुमित गोदारा ने विपक्ष के बयान को बचकाना और बेतुका बताया।
कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस की भ्रष्ट सरकार ने कभी सोचा तक नहीं कि आजादी के 67 साल में केवल 7 नए जिले बनाए गए, जबकि इन्होंने राजनीतिक लाभ प्राप्त करने के चलते चुनावी साल के अंतिम 6 माह में 17 नए जिले और 3 संभाग बनाने की घोषणा कर दी।
कांग्रेसी नेताओं द्वारा राजनीतिक लाभ के लिए आनन-फानन में उठाए गए फैसले से यह स्पष्ट हो गया था कि उनकी सोच एक थी कि ‘‘हम तो डूबेंगे ही सनम, तुम्हें भी डूबाएंगे‘‘।
कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा कि सरकार के निर्णयों पर प्रतिक्रिया नेता प्रतिपक्ष को देनी चाहिए थी, लेकिन डोटासरा ने यहां भी अतिक्रमण करते हुए पहले प्रेसवार्ता की।
डोटासरा, जूली और गहलोत विपक्ष की भूमिका में रहते हुए भी बेतुके बयानबाजी दे रहे है, उन्हें भाजपा सरकार के फैसलों का स्वागत करना चाहिए था।
मंत्री गहलोत ने डोटासरा से सवाल किया कि वे सर्व दलिय बैठक करने के लिए बोल रहे थे, लेकिन क्या उन्होंने 17 नए जिले बनाते समय बैठक की थी! प्रदेश में विपक्ष के पास अब धरने, प्रदर्शन के अलावा कुछ नहीं बचा। कांग्रेसी नेताओं के पास धरने-प्रदर्शन करने के लिए भी कोई विषय नहीं बचा, ऐसे में वो इस तरह के बचकाने बयान जारी कर रहे है।
विपक्ष के नेताओं की उम्र हो रही है, ऐसे में वो राजनीति में जिंदा रहने के लिए इस तरह के बयानबाजी कर रहे है। अब कांग्रेस विपक्ष में ही रहने वाली है।
कैबिनेट मंत्री सुमित गोदारा ने डोटासरा के बयानबाजी पर पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सरकार के पहले ही साल में भाजपा संकल्प पत्र के 50 फीसदी से अधिक वादों को पुरा करने का ऐतिहासिक कार्य किया है, ऐसे में विपक्ष सरकार के कार्यों को देखकर बौखला गया है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने किसानों की आय बढ़ाने का कार्य किया, एमएसपी बढाई, उज्जवला रसोई गैस के दाम 450 रूपए किए, बिजली के क्षेत्र में दूर दराज तक जीएसएस बनाए जा रहे है, सड़कों का कार्य किया जा रहा है, शिक्षा-चिकित्सा सहित सभी क्षेत्रों में भाजपा सरकार कार्य कर रही है।
यह मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का माइक्रो मॉनिटरिंग की बदौलत संभव हो पा रहा है। मुख्यमंत्री शर्मा का फोकस घोषणाओं के क्रियान्वयन पर है। ऐसे में यह ही कहा जा सकता है कि गतिशील मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, प्रगतिशील राजस्थान के लिए कार्य कर रहे है।
कैबिनेट मंत्री सुमित गोदारा ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सरकार का उद्देश्य प्रदेश की 8 करोड़ जनता को लाभ पहुंचाना है। इस दिशा में लगातार जनहितैषी कार्य किए जा रहे है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में विकसित राजस्थान बनाया जाएगा।
गोदारा ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की मंशा जनता के हित में नहीं थी, अगर जनता के हितों को ध्यान में रखकर जिले बनाए जाते तो गहलोत 15 साल तक मुख्यमंत्री रहे है, उन्होंने 14 साल तक जिलों के बारे में चर्चा तक नहीं की और जब सरकार जाने वाली थी, उस दौर में चुनाव से कुछ माह पूर्व बिना किसी योजना के 17 नए जिले बना दिए।
प्रदेश की जनता है सब जानती है और सब समझती है, जनता ने कांग्रेस को विधानसभा चुनावों में आइना दिखा दिया। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार का फैसला राजनीतिक स्वार्थ था, जबकि भजनलाल सरकार का फैसला जनहितार्थ है।