फायरिंग: अज्ञात हमलावारों ने उपकारागृह के मुख्य द्वार पर की फायरिंग, संतरी की जवाबी फायरिंग से हमलावरों के गोली लगने की सम्भावना 

उप कारागृह परिसर के गेट पर मध्यरात्रि को तीन अज्ञात हमलावारों संतरी पर फायरिंग कर अंदर घूसने का प्रयास किया। लेकिन संतरी द्वारा जवाबी फायरिंग मुंहतोड़ जबाब देने की वजह से हमलावार भाग गए। घटनास्थल पर खून के निशान मिले।

भीनमाल |  उप कारागृह परिसर के गेट पर मध्यरात्रि को तीन अज्ञात हमलावारों संतरी पर फायरिंग कर अंदर घूसने का प्रयास किया। लेकिन संतरी द्वारा जवाबी फायरिंग मुंहतोड़ जबाब देने की वजह से हमलावार भाग गए। घटनास्थल पर खून के निशान मिले। जिससे हमलावारों के गोली लगने की संभावना जताई जा रही है। हमलावारों द्वारा उपकारागृह में बंद कैदियों को छुड़ाने की संभावना जताई जा रही है।

घटना की सूचना पर तत्काल उपखंड अधिकारी, पुलिस उप अधीक्षक व थानाधिकारीे मय पुलिस दल ने घटनास्थल पहुंचकर उपकारागृह के चारों तरफ तलाशी व नांकाबदी करवाई गई, लेकिन कोई सुराग नही मिला। शनिवार अलसुबह पुलिस अधीक्षक श्यामसिंह व दोपहर में जेल डीआईजी सुरेन्द्रसिंह शेखावत ने भीनमाल पहुंचकर घटनास्थल का बारिकी से निरीक्षण कर अधीनस्थ अधिकारियों से घटना के बारे में जानकारी ली। थानाधिकारी दुलीचंद गुर्जर ने बताया कि शुक्र-शनिवार की मध्यरात्रि करीब डेढ़ बजे तीन अज्ञात हमालावार उपकारागृह परिसर के मुख्य द्वार पर पहुंचे। इस दौरान विद्युत आपूर्ति बंद होने की वजह से तीनो हमलावारों ने स्वंय को विद्युतकर्मी बताते हुए गेट के पास लगे ट्रासंफार्मर में खराबी को दुरस्त करने के लिए टार्च मांगी। संतरी ने विश्वास करते हुए गेट पर पहुंचकर उक्त लोगों को टार्च थमाने के दौरान हमलावारों ने संतरी को खीचकर फायरिंग की। संतरी ने सबल कर जबाबी फायरिग की। जिससे घबराकर हमलावार भाग गए। गेट के बाहर सड़क पर खून के निशान मिले है। जिससे हमलावारों के गोली लगने की संभावना है। इसी कारण वे घबराकर वहां से भाग गए। संतरी की सूचना पर उपखंड अधिकारी ओमप्रकाश चौधरी, पुलिस उप अधीक्षक शंकरलाल व थानाधिकारी दुलीचंद गुर्जर ने उपकारागृह पहुंचकर संतरी के बताएं अनुसार उपकारागृह के चारों तरफ आबादी क्षेत्र व बबूल की झाडिय़ो में खोजबीन और भीनमाल सहित जिलेभर में नाकाबंदी करवाई गई, लेकिन कोई सुराग नही मिला। 


जेल डीआईजी ने  जानकारी ली
दोपहर जेल डीआईजी सुरेन्द्रसिंह शेखावत भीनमाल पहुंचकर जेलप्रभारी सहित अन्य स्टाफ से घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली। वही, घटनास्थल का बारिकी से निरीक्षण कर अधीनस्थ अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। । संतरी पुलिस थाना बागोड़ा अंतर्गत कूका निवासी हापूराम पुत्र मोहनलाल विश्रोई की रिर्पोट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर घटनास्थल पर प्राप्त सबूतों, मोबाईल टॉवर लोकेशन व घटना के समय क्षेत्र के शातिर अपराधियों और जेल में बंद विचाराधियों कैदियों के रिश्तेदारों व उनकी गैंग के सदस्यों की लोकेशन खंगाली जा रही है। जिसके माध्यम से आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। 

एफएसएल टीम ने जुटाए सबूत
घटना के बाद 11 बजे जोधपुर से एफएसएल टीम भीनमाल पहुंची। यहां उपकारागृह के परिसर में द्वार, सड़क पर जमा खून, टॉर्ज, संतरी की राईफल से फुटेज व संतरी से घटना के बारे में विस्तार से जानकारी लेकर सबूत जुटाएं गए। 

बदमाशों ने विद्युत आपूर्ति की बन्द 
परिसर के मुख्य द्वार पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए है। जिसके चलते वहां से गुजरने वाले व जेल परिसर में आवागमन करने वाला प्रत्येक व्यक्ति कैमरे में कैंद होता है। हमलावारों ने पहचान छिपाने के उद्देश्य से जेल परिसर के मुख्य द्वार के समीप लगे विघुत ट्रासंफार्मर की एलटी तोड़कर सबजेल सहित आस-पास के क्षेत्र की विघुत आपूर्ति बंद करने के बाद घटना को अंजाम दिया गया। डिस्कॉम सहायक अभिंयता अनिलकुमार सैन के अनुसार घटना के समय विघुत आपूर्ति चालू थी। करीब दो बजे जेलप्रभारी ने फोन कर विघुत विच्छेद होने व घटना की सूचना दी। तब तत्काल विघुतकर्मियो को भेजकर विघुत आपूर्ति बेहाल करवाई गई थी।

पूर्व में भी विवादों में रही है 
आपको बता दें पूर्व में भी भीनमाल की जल विवादों में रही है और एक बार फिर से हथियार बंद बदमाशों ने जेल पर फायरिंग करने के बाद वहां से फरार हो चुके। जालौर जिले की भीनमाल जेल में पूर्व में क्षमता से अधिक कैदियों है वही, जेल में एनडीपीएस सहित अन्य प्रकार के प्रकरणों में अपराधी भी बंद है और इन को छुड़ाने की फिराक में पूर्व में भी कई बार हमले हो चुके हैं ऐसे में अब पुलिसिया कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान खड़े होते हैं कि आखिर इस तरीके से बदमाश बेखौफ तरीके से जेल के कैदियों को छुड़ाने के प्रयास करते हैं लेकिन जेल प्रशासन है वह हाथ पर हाथ धरे बैठा रह जाता है उसके बाद में सीसीटीवी फुटेज के सारे ही कुछ प्रयास करने में जुट जाते हैं ऐसे में अब देखने वाली बात होगी कि जालौर बदमाशों को पकड़ने के तरीके से कामयाब होगी।