आईसीसी विमेंस वन डे वर्ल्ड कप: ऑस्ट्रेलिया ने 7वीं बार आईसीसी विमेंस वन डे वर्ल्ड कप का जीता खिताब, ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को एकतरफा मुकाबले में 71 रनों से हराया
आईसीसी विमेंस वन डे वर्ल्ड कप का खिताब 7वीं बार ऑस्ट्रेलिया ने जीत लिया। आज रविवार को क्राइस्ट चर्च में खेले गए फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को एक तरफा मुकाबले में 71 रनों से हरा दिया।
नई दिल्ली, एजेंसी।
आईसीसी विमेंस वन डे वर्ल्ड कप का खिताब 7वीं बार ऑस्ट्रेलिया ने जीत लिया।
आज रविवार को क्राइस्ट चर्च में खेले गए फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को एक तरफा मुकाबले में 71 रनों से हरा दिया।
फाइनल मुकाबले में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने मैदान में उतरी ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 50 ओवर में 5 के नुकसान पर 356 रन का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया।
ऑस्ट्रेलिया की ओपनर एलिसा हीली ने करियर की बेस्ट पारी खेलते हुए 138 गेंदों पर 170 रन बना दिए। इसके जवाब में लक्ष्य का पीछा करने मैदान में उतरी इंग्लैंड की टीम 285 रन ही बना पाई। ऑस्ट्रेलिया की हीली को प्लेयर आफ द मैच चुना गया।
इंग्लैंड टीम ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया टीम की शुरुआत अच्छी रही।
ऑस्ट्रेलिया का पहला विकेट 160 रन पर गिरा। राचेल हेन्स ने 93 गेंदों पर 68 रन बनाकर आउट हो गई। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया का दूसरा विकेट 316 रन पर गंवाया।
एलिसा हीली ने 138 गेंदों पर 170 रन की पारी खेलने के बाद आउट हो गई। हीली ने 26 चौके लगाए। वहीं बेथ मूडी ने भी 62 रनों की पारी खेली।
इंग्लैंड के लिए आन्या श्रुबसोल ने सर्वाधिक 3 विकेट लेकर 46 रन दिए। श्रुबसोल ने 48वें ओवर की दूसरी गेंद पर मैग लेनिंग तथा तीसरी गेंद पर बेथ मूनी को आउट किया।
इसके बाद इंग्लैंड की टीम मैदान में उतरी तो उसकी शुरुआत अच्छी नहीं हुई। इंग्लैंड की टीम का पहला विकेट तीसरे ही ओवर में गिर गया।
इंग्लैंड की ओर से सेमीफाइनल में शतकीय पारी खेलने वाले डेनियल वेट चार रन बनाकर आउट हो गई। मेगन स्कट ने डेनियल का विकेट चटकाया।
इसके बाद नताली सिवर ने पारी को संभालते हुए 148 रन का निजी स्कोर बनाया, लेकिन दूसरी तरफ से उन्हें किसी का भी साथ नहीं मिल पाया।
नताली 148 रनों के साथ नाबाद रही। लेकिन इंग्लैंड की पूरी टीम 285 रनों पर ही सिमट गई।
ऑस्ट्रेलिया टीम का यह स्कोर महिला वर्ल्ड के किसी भी फाइनल मुकाबले का सबसे बड़ा स्कोर बताया जा रहा है। पहली बार किसी टीम ने वर्ल्ड कप के फाइनल में 300 से अधिक का स्कोर बनाया है।
आज के मैच में ऑस्ट्रेलिया ने जिस तरह वर्ल्ड कप फाइनल का सबसे बड़ा स्कोर बनाया, उसी तरह हीली ने भी 170 रनों की पारी खेलते हुए विमेेंस वर्ल्ड कप फाइनल के इतिहास में सबसे बड़ी पारी खेली।
इससे पहले यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया की ही काइरेन रॉल्टन के नाम था। इन्होंने 2005 में भारत के खिलाफ 107 रनों की नाबाद पारी खेली थी।
हीली की यह पारी महिला तथा पुरुष वर्ल्ड कप फाइनल मिलाकर सबसे बड़ी पारी साबित हुई। पुरु वर्ल्ड कप में यह रिकॉर्ड एडम गिलक्रिस्ट के नाम था, एडम ने 2003 वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ 149 रनों की पारी खेली थी।
ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम ने अब तक 12 वर्ल्ड कप खेलते हुए 7 मुकाबले जीत लिए। ऑस्ट्रेलिया विमेंस वर्ल्ड कप में सबसे कामयाब टीम साबित हुई।
ऑस्ट्रेलिया के अलावा इंग्लैंड ने चार, न्यूजीलैंड ने एक खिलाफ जीता है। इसमें भारत दो बार केवल फाइनल में पहुंचा है।