सिरोही शिवगंज विधानसभा: कांग्रेस प्रत्याशी ने अर्बुदा गोशाला में किया पूजन, आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन व मतदाताओं को प्रभावित करने का आरोप
कांग्रेस प्रत्याशी पर आदर्श आचार संहिता के उलंघन का आरोप लगा है, उन्होंने आज अर्बुदा गौशाला पूजन किया था।
- कांग्रेस प्रत्याशी ने अर्बुदा गोशाला में किया पूजन
- आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन व मतदाताओं को प्रभावित करने का आरोप
- शिकायत के बावजूद निर्वाचन आयोग ने नहीं दिया ध्यान
सिरोही। शहर की ऐतिहासिक अर्बुदा गौशाला में रविवार को आयोजित कार्यक्रम में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला प्रकाश में आया है।
कार्यक्रम बेसहारा गोवंश के आश्रय स्थल पर प्रवेश देने को लेकर आयोजित किया गया। कार्यक्रम में शामिल हुए कांग्रेस प्रत्याशी संयम लोढ़ा ने गोपूजन किया।
इस कार्यक्रम में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की आशंका को देखते हुए पूर्व में ही कुछ लोगों ने जिला निर्वाचन अधिकारी समेत चुनाव आयोग को पत्र भेजा था।
इसमें स्पष्ट रूप से बताया गया था कि यह कार्यक्रम मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए किया जा रहा है, जो सीधे तौर पर आचार संहिता का उल्लंघन है।
आरोप लगाया कि यह कार्यक्रम राजनीतिक दबाव में प्रशासन की ओर से आयोजित करवाया जा रहा है, जिसे विधानसभा चुनाव तक रोका जाना अत्यंत आवश्यक है।
हाल ही में किया है एमओयू
उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन की ओर से संचालित अर्बुदा गोशाला को हाल ही में एमओयू कर निजी संस्था को सौंपा गया है। इस कार्यक्रम को लेकर भी चार दिन पहले यहां बैठक आयोजित की गई थी।
कुछ घंटे यहीं रूके रहे प्रत्याशी
बताया जा रहा है कि रविवार को हुए इस कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस प्रत्याशी कुछ घंटों तक गोशाला परिसर में ही रूके रहे। इस दौरान नंदी पूजन किया तथा यहां आमंत्रित लोगों से मुलाकात की। इसमें शहर समेत आसपास के गांवों के लोग भी सम्मिलित हुए।
धर्मसभा में संतों के प्रवचन
कार्यक्रम को लेकर आयोजित धर्म सभा में संतों ने प्रवचन किए। स्वामी दत्तशरणानंद का सान्न्ध्यि रहा। उन्होंने प्रवचन में कहा कि मानव अपने विवेक का निरादर और बल का दुरुपयोग करता है, जो गलत है। गोसेवा का मतलब संपूर्ण धरती की सेवा है।
उन्होंने जैविक खाद के फायदे बताए। दिल्ली गोलोक धाम के महाराज गोपालशरण देवाचार्य ने गौ महिमा का वर्णन किया। कनाडा में रहने वाले गौ सेवक विशाल शर्मा ने गोसंवर्धन के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम में रविंद्रानंद सरस्वती, गोविंद वल्लभदास, बलदेवदास, वि_ल महाराज मौजूद रहे।