Rajasthan 405 पशुपालकों का सम्मान: प्रदेश में पशुपालन को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से कृषि मंत्री ने 405 पशुपालकों को किया सम्मानित
प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने पशुपालन क्षेत्र में प्रोत्साहन के लिए 405 पशुपालकों को सम्मानित किया है। कटारिया ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में पशुधन के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। पशुपालकों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य स्तरीय पशुपालक सम्मान योजना के रूप में नवाचार किया गया है।
जयपुर।
प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने पशुपालन क्षेत्र में प्रोत्साहन के लिए 405 पशुपालकों को सम्मानित किया है। कटारिया ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में पशुधन के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। पशुपालकों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य स्तरीय पशुपालक सम्मान योजना के रूप में नवाचार किया गया है।
गहलोत सरकार ने प्रदेश के किसानों के हित में भी कई फैसले पिछले तीन साल में लिए गए हैं। कटारिया बुधवार को सचिवालय के कॉफ्रेन्स हॉल से राज्य स्तरीय पशुपालक सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।
कटारिया ने कह कि प्रदेश के किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि, पशुपालन एवं डेयरी तीनों विभाग प्रयासरत हैं।
राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना के तहत दुग्ध संकलन पर 2 रुपए प्रति लीटर की दर से अनुदान दिया जा रहा है।
पशुपालन मंत्री कटारिया ने पशुधन को किसान की जीवन रेखा बताते हुए कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं की सम्पूर्ण जानकारी गांव-गांव तक पहुंचे, ताकि गरीब पशुपालक को लाभ मिल सकें। इस दौरान कटारिया ने बबाई (खेतड़ी) में 10 करोड़ 27 लाख रुपए की लागत से तैयार नवीन डेयरी संयंत्र का भी लोकार्पण किया।
कार्यक्रम में मंत्री कटारिया ने बताया कि राज्य के 405 प्रगतिशील पशुपालकों को सम्मानित किया गया है। इस दौरान राज्य स्तर पर सम्मानित होने वाले 2 पशुपालकों को पचास-पचास हजार रुपए, जिला स्तर पर सम्मानित होने वाली सात महिला पशुपालकों सहित 68 पशुपालकों को पच्चीस-पच्चीस हजार रुपए दिए गए है।
इसके अलावा पंचायत समिति स्तर पर सम्मानित होने वाली 32 महिला पशुपालकों सहित 335 पशुपालकों को दस-दस हजार रुपए की राशि प्रोत्साहन स्वरुप प्रदान की गई है।
कार्यक्रम में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि किसान का पशुधन उनकी सामाजिक एवं आर्थिक सम्पन्नता का प्रतीक है। जहां बारानी खेती है या सिंचाई के साधन उपलब्ध नहीं है वहां पशुपालन ही किसान का मुख्य व्यवसाय है और आजीविका का प्रमुख साधन भी है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना के माध्यम से किसानों को कृषि कनेक्शन पर 12 हजार रुपए वार्षिक अनुदान दिया जा रहा है।
इस योजना से करीब तीन लाख किसानों का बिजली बिल शून्य हो गया है। बजट में किसानों की आमदनी बढ़ाने की दिशा में प्रावधान किए जाएंगे। कृषि के क्षेत्र में आने वाली नई तकनीक का लाभ किसानों तक पहुंचाने पर भी जोर दिया।
पशुपालन विभाग की सचिव डॉ. आरूषी मलिक ने कहा कि किसानों की तरह पशुपालकों को भी उनके क्षेत्र में मान-सम्मान मिले।
इसके लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पशुपालकों के लिए सम्मान समारोह आयोजित करने की बजट में घोषणा की थी।
राज्य स्तर पर बीकानेर जिले के सुरेन्द्र कुमार एवं सीकर जिले के पशुपालक सुभाष चन्द को शासन सचिवालय के कॉन्फ्रेन्स हॉल में पशुपालन मंत्री ने प्रशस्ति पत्र तथा 50-50 हजार रुपए की राशि देकर सम्मानित किया।
इस दौरान वर्चुअली समारोह में विभिन्न जिलों से जुड़े पशुपालकों ने भी संवाद किया।