Congress नेता का केंद्र पर हमला: मॉनेटाइजेशन स्कीम के तहत केंद्र सरकार बेच रही है देश, अब नहीं रोका तो हवामहल, आमेर का किले तक को देंगे बेच
जयपुर एयरपोर्ट के निजीकरण के मामले को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कई आरोप लगए हैं। इस बार राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पीसीसी में कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य राजीव शुक्ला ने केंद्र सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठा दिए।
जयपुर।
जयपुर एयरपोर्ट(Jaipur Airport) के निजीकरण के मामले को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कई आरोप लगए हैं। इस बार राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पीसीसी में कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य राजीव शुक्ला(Rajiv Shukla) ने केंद्र सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठा दिए। राजीव शुक्ला ने कहा कि केंद्र सरकार मॉनेटाइजेशन स्कीम के नाम पर देश बेच रही है। अगर समय रहते BJP सरकार को रोका नहीं गया तो यह सबकुछ बेच देगी। जयपुर का हवामहल बेच देंगे, आमेर के किले को भी बेच देंगे। इतना ही नहीं, ये सरकार देश की धरोहरों को बेच देंगे। केंद्र सरकार ने पिछली बार लाल किले को कोलकाता की एक कंपनी को देने की तैयारी कर ली थी।
जनता के उपक्रम को कॉरपोरेट घराने को देना गलत
राजीव शुक्ला ने कहा कि देश की जनता के पैसों से जो बड़े—बड़े उपक्रम बनाए गए है, उन्हें कॉरपोरेट घरानों को देना सरासर गलत है। केंद्र कह रहा है कि किराए पर दे रहे हैं, लेकिन 50 सालों के लिए कौन किराए पर देता है। ये केंद्र सरकार अपने खास उद्योगपतियों को इस देश की अमूल्य धरोहरों को बेच रही हैं। केंद्र सरकार(Central Government) इस देश से क्या—क्या बेच देगी, इसका कोई ठिकाना नहीं रहने वाला।
एयरपोट, रेलवे तक नहीं चला पा रही सरकार
केंद्र की मोदी सरकार(Modi government) पर आरोप लगाते हुए राजीव शुक्ला ने कहा कि देश की सरकार के हालात देखों कि एयरपोर्ट, रेलवे लाइन और तो और मोबाइल टॉवर तक नहीं चला पा रहे। इन सब का निजीकरण(privatization) कर दिया। ऐसे लोगों को सरकार में रहने का कोई हक नहीं है। देश की जनता किसी पार्टी को देश बेचने के लिए सत्ता में नहीं लाती है, केंद्र सरकार स्ट्रेटेजिक महत्व के असेट बेचकर देश की सुरक्षा को खतरे में डाल रही है।
गैस, पेट्रोल, डीजल और महंगाई
महंगाई को लेकर राजीव शुक्ला ने कहा कि देश की जनता महंगाई से परेशान है। देश में गैस और पेट्रोल-डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। एक समय था जब UPA के वक्त 120 डॉलर प्रति बैरल क्रूड था, फिर भी हम आज से आधी कीमत पर गैस, पेट्रोल-डीजल बेचते थे। आज 60 से 70 के बीच क्रूड है। केंद्र सरकार यूपीए राज की तुलना में आधी कीमत पर क्रूड खरीदकर जनता को दोगुने दामों पर पेट्रोल-डीजल बेच रही है। इससे केंद्र ने 22 लाख करोड़ जुटाए, लेकिन जनता को राहत नहीं दी।