मेडिकल कॉलेजों के निर्माण कार्य समीक्षा: Medical Education Minister ने सिरोही सहित प्रदेश के 16 निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेजों के कार्य को समयावधि पर करने के दिए निर्देश

चिकित्सा शिक्षा मंत्री  परसादी लाल मीणा ने प्रदेश के 16 निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेजों का कार्य निर्धारित समयावधि में गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराने के निर्देश दिए हैं। चिकित्सा शिक्षा मंत्री मीणा ने मंगलवार को चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान यह बात कही।

जयपुर।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री  परसादी लाल मीणा ने प्रदेश के 16 निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेजों का कार्य निर्धारित समयावधि में गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराने के निर्देश दिए हैं।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री मीणा ने मंगलवार को चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों का निर्माण कर वर्ष 2023 तक पूर्ण किए जाए।
मीणा ने कहा कि मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यों को भी निर्माण कार्य की नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी मेडिकल कॉलेजों से संबद्ध अस्पतालों में कोविड के दौरान आमजन को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी। 
चिकित्सा शिक्षा मंत्री मीणा ने कहा कि राजमेस सोसायटी ने प्रथम चरण में 7 मेडिकल कॉलेज (भरतपुर, भीलवाड़ा, चूरू, सीकर, पाली, बाड़मेर व डूंगरपुर) कॉलेज स्वीकृत किए गए।
इसके बाद दूसरे चरण में धौलपुर एवं तृतीय चरण में नागौर, अलवर, चित्तौड़गढ़, बांसवाडा, बूंदी, बारां, श्रीगंगानर, सिरोही, करौली, जैसलमेर, झुंझूनूं, टोंक, दौसा, सवाईमाधोपुर एवं हनुमानगढ में मेडिकल कॉलेज स्वीकृत हैं।
मीणा ने कहा कि इनमें से 5 मेडिकल कॉलेजों (भरतपुर, भीलवाड़ा, चुरू, पाली व डूंगरपुर) में वर्ष 2018 से बाड़मेर में 2019 से एवं सीकर में वर्ष 2020 में मेडिकल कॉलेज प्रारंभ कर दिया गया। 
इसके अलाव स्वीकृत मेडिकल कॉलेजों के बाद प्रदेश में प्रतापगढ़, जालौर एवं राजसमंद जिलों को छोड़कर सभी जिलों में मेडिकल कॉलेजों की सुविधा उपलब्ध होगी।
इन तीनों जिलों में भी नवीन मेडिकल कॉलेज खोलना केंद्र स्तर पर प्रस्तावित है। 
मीणा ने बैठक में पीजी और यूजी सीट, बजट घोषणा की नर्सिंग कॉलेजों के कार्यों की समीक्षा, कैंसर केयर सेंटर, कौशल प्रशिक्षण केंद्र, ऑक्सीजन प्लांट, लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन, जीनोम सिक्वेंसिंग सहित कई विषयों पर विस्तार से चर्चा की।
बैठक में चिकित्सा विभाग के प्रमुख शासन सचिव वैभव गालरिया, आयुक्त चिकित्सा शिक्षा शिवांगी स्वर्णकार, गौरव चौधरी उपस्थित रहे। जबकि संबंधित मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य व निर्माण कंपनियों के प्रतिनिधि व अन्य अधिकारीगण वर्चुअल जुड़े रहे।