सदी का टेस्ट बल्लेबाज और गेंदबाज: 21वीं सदी का सबसे महान टेस्ट बेल्लेबाज सचिन तेंदुलकर तो गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन

भारत के महान बल्लेबाजों में शामिल सचिन तेंदुलकर को 21वीं सदी का सबसे महान टेस्ट बल्लेबाज चुना गया है। स्टार स्पोट्र्स के एक सर्वे में पैनल और फैंस ने सचिन तेंदुलकर को सर्वाधिक वोट दिए है। जबकि श्रीलंका के पूर्व स्पिनर मुथैया मुरलीधरन को 21वीं सदी का सबसे महान टेस्ट गेंदबाज चुना गया है।

नई दिल्ली, एजेंसी। 
भारत के महान बल्लेबाजों में शामिल सचिन तेंदुलकर को 21वीं सदी का सबसे महान टेस्ट बल्लेबाज चुना गया है। स्टार स्पोर्ट्स के एक सर्वे में पैनल और फैंस ने सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को सर्वाधिक वोट दिए है। जबकि श्रीलंका के पूर्व स्पिनर मुथैया मुरलीधरन (Muttiah Muralitharan) को 21वीं सदी का सबसे महान टेस्ट गेंदबाज चुना गया है। आप को बता दें कि इसके लिए 50 एक्सपर्ट्स के पैनल को ज्यूरी बनाया गया था। इस 50 एक्सपर्ट्स के पैनल में वीवीएस लक्ष्मण, इरफान पठान, सुनील गावस्कर और संजय बांगड़ जैसे पूर्व क्रिकेटर शामिल हैं। दूसरे स्थान पर श्रीलंका के कुमार संगाराकर रहे। सचिन की टक्कर संगाकारा के अलावा महेला जयवर्धने, ऑस्ट्रेलिया के स्टीव वॉ और रिकी पोंटिंग, वेस्टइंडीज के शिवनारायण चंद्रपॉल और रामनरेश सरवन, पाकिस्तान के इंजमाम उल हक और मोहम्मद यूसुफ, इंग्लैंड के एलिस्टेयर कुक, साउथ अफ्रीका के जैक कैलिस और भारत के राहुल द्रविंड़ जैसे बल्लेबाजों से थी। विजेता की घोषणा करते हुए सुनील गावस्कर ने कहा कि बहुत ही कड़ा मुकाबला था।  हालांकि सचिन और संगाकार दोनों ही टेस्ट के आइकॉन हैं। लेकिन  21वीं सदी के सबसे महान बल्लेबाज के विजेता सचिन तेंदुलकर का नाम चुना गया। सचिन ने करियर में 200 टेस्ट खेले। इसमें उन्होंने 53.79 की औसत से 15921 रन बनाए। सचिन के नाम 51 सेंचुरी और 68 फिफ्टी हैं। इस दौरान उन्होंने 6 डबल सेंचुरी भी लगाई हैं। सचिन का हाईएस्ट स्कोर 248 रन है। वहीं दूसरी ओर इस सदी के महान गेंदबाजों की लिस्ट में साउथ अफ्रीका के डेल स्टेन दूसरे नंबर पर रहे। मुरलीधरन की टक्कर स्टेन के अलावा ऑस्ट्रेलिया के शेन वॉर्न और ग्लेन मैक्ग्रा, इंग्लैंड के जेम्स एंडरसन, भारत के अनिल कुंबले, पाकिस्तान के वसीम अकरम और वकार यूनुस, श्रीलंका के रंगना हैराथ और न्यूजीलैंड के शेन बॉन्ड जैसे गेंदबाजों से था। मुरलीधरन को महान स्पिनर्स में से एक माना जाता है। उन्होंने करियर में 133 टेस्ट में 800 विकेट लिए हैं। उनकी एक इनिंग्स में बेस्ट बॉलिंग 51 रन देकर 9 विकेट है। मुरली ने औसतन एक टेस्ट मैच में 6 विकेट चटकाए हैं। उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा 1,711 दिनों तक नंबर-1 बॉलर की रैंकिंग पर बने रहने का रिकॉर्ड भी है। मुरली ने 2010 में टेस्ट में 800 विकेट लेते ही क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।