Alwar Collector का वीडियो वायरल: Alwar में गैंगरेप—छेड़छाड़ का विरोध जताने पहुंची लड़कियों से कलेक्टर ने कहा पढ़ने आती हो या राजनीति करने, वीडियो वायरल

प्रदेश के अलवर जिले में मूकबधिर से गैंगरेप की घटना के बाद अब पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे है।  प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठना इस लिए भी लाजमी है क्योंकि इस घटना के विरोध में ज्ञापन देने आई छात्राओं को अलवर कलेक्टर फटकारते हुए नजर आ रहे हैं। 

जयपुर।
प्रदेश के अलवर जिले में मूकबधिर से गैंगरेप की घटना के बाद अब पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे है। 
प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठना इस लिए भी लाजमी है क्योंकि इस घटना के विरोध में ज्ञापन देने आई छात्राओं को अलवर कलेक्टर फटकारते हुए नजर आ रहे हैं। 
अलवर कलेक्टर का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे बच्चियों को यहां तक कहते हुए नजर आ रहे हैं कि आप पढ़ने आते हो या फिर राजनीति करने। कलेक्टर साहब यहां भी नहीं रूके, उन्होंने एक छात्रा से पिता के नंबर मांगे और नजदीक में खड़ी एडीएम को बच्ची के पिता से बात करने के निर्देश दिए। 
कलेक्टर की इस हरकत के बाद उनका ये वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। लोगों उनके वीडियो पर कलेक्टर के खिलाफ नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं। 
वहीं केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी इस वीडियो को ​ट्वीट करते हुए कलेक्टर द्वारा रौब दिखाने का हवाला दिया।
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को अलवर के गैंगरेप की घटना के विरोध में कुछ छात्राएं कलेक्टर नंनुमल पहाडिया को ज्ञापन देने आई थी। इस दौरान उन्होंने छात्राओं से कहा कि वे पढ़ने आती हैं या राजनीति करने। 
कलेक्टर ने राजगढ़ की एक छात्रा से कहा कि आपके पापा का फोन नंबर दो। छात्रा से नंबर लेने के बाद उन्होंने एडीएम सुनीता से छात्रा के पिता से फोन पर बात करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पूछो कि उनकी बेटी पढ़ने आई है या राजनीति करने। 
जानकारी के मुताबिक भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ राजगढ़ के एक स्कूल की कई बालिकाएं विरोध करने कलेक्ट्रेट आई थीं। 
इस दौरान बीएससी छात्राओं ने उनके साथ हो रही छेड़छाड़ की घटना की शिकायत की। इसके बाद कलेक्टर ने बच्चियों से घटना स्थल पूछकर वहां पुलिसकर्मी लगाने के निर्देश दिए।

बच्चियों के सामने रौब गांठ रहे है कलेक्टर 
इस मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एक के बाद एक ट्वीट किए। 
उन्होंने लिखा कि अलवर में एक अबोध के साथ हुई दरिंदगी का विरोध करने आई बेटियों को वहां के कलेक्टर साहब धमका रहे हैं। उनके पिता का मोबाइल नंबर मांग कर डराने की कोशिश कर रहे हैं। कलेक्टर साहब आपके ऊपर कौन बैठा है, जिससे आपकी शिकायत की जा सकती है उसका भी नंबर बता देते! अलवर जिले में ला एंड आर्डर की जिम्मेदारी तो आपकी बनती है, उल्टे आपको इन बच्चियों को जवाब देना चाहिए कि इतनी भयावह घटना कैसे हो गई? 
 ये राजस्थान के प्रशासन का हाल है। दुष्कर्मियों के सामने इनकी एक नहीं चलती, लेकिन बच्चियों के सामने रौब गांठ रहे हैं। 
वहीं वीडियो वायरल होने के बाद लोगों के अलग-अलग कमेंट्स आ रहे हैं। कुछ कलेक्टर के बयान को सही बता रहे हैं तो कुछ का कहना है कि कलेक्टर मामले को दबाना चाहते है। 
गैंगरेप जैसी घटना के विरोध में ज्ञापन देना या विरोध करना आमजन का अधिकार हैं।
 वहीं इस मामले में कलेक्टर पहाडिया का कहना है कि उनका मकसद लड़कियों को समझाना है। वे किसी के बहकावे में आकर अपना समय खराब नहीं करें। 
इस मामले को जानबूझकर तूल दिया जा रहा है।