फर्स्ट भारत की पड़ताल : सिरोही : एसपी का दोहरा मापदंड, एक को सजा तो दूसरे को इनाम

भले ही सिरोही जिले के पालड़ी एम थाना क्षेत्र के वेरा विलपुर गांव स्थित पिपलेश्वर महादेव मंदिर के महंत भगीरथ गिरी के हत्यारों को पकड़कर पुलिस ने पूरे मामले का पटाक्षेप कर दिया हो, पर इस मामले में हुई गिरफ्तारी को लेकर कुछ ऐसे सवाल लगातार उठ रहे हैं जो सिरोही जिले के पुलिस कप्तान की साख पर बट्टा लगा रहे हैं...

  • पिपलेश्वर महंत के हत्यारे को पकड़कर छोड़ने वालों में एक को इनाम दुसरो को सजा क्यों?
  • सबसे पहले कालंद्री थाना पुलिस के हत्थे चढ़ा था रमेश मेघवाल
  • जिसे कालंद्री पुलिस ने छोड़ दिया और दांतराई चौकी पुलिस ने पकड़ा
  • फिर एसपी के मुताबिक दांतराई चौकी पुलिस ने भी छोड़ दिया था रमेश मेघवाल को
  • जिसे सरूपगंज थानाधिकारी द्वारा 16 फरवरी को आबूरोड़ से गिरफ्तार करना बताया
  • एसपी ने दांतराई चौकी के चार पुलिसकर्मियों को इस गंभीर लापरवाही के आरोप में किया लाइए हाजिर
  • तो फिर कालंद्री थानाधिकारी को पुरस्कृत करने का क्यों लिया निर्णय?
  • आखिर कालंद्री थानाधिकारी के साथ उसी गम्भीर आरोप में क्यों बरती जा रही नरमी

सिरोही। भले ही सिरोही जिले के पालड़ी एम थाना क्षेत्र के वेरा विलपुर गांव स्थित पिपलेश्वर महादेव मंदिर के महंत भगीरथ गिरी के हत्यारों को पकड़कर पुलिस ने पूरे मामले का पटाक्षेप कर दिया हो, पर इस मामले में हुई गिरफ्तारी को लेकर कुछ ऐसे सवाल लगातार उठ रहे हैं जो सिरोही जिले के पुलिस कप्तान की साख पर बट्टा लगा रहे हैं। एसपी हिम्मत अभिलाष टांक अपने एक झूठ को सच साबित करने में लगे हुए हैं।  पर वो कहते हैं न कि झूठ ज्यादा देर तक सच के सामने टिक नही सकता, वो बात यहाँ पर भी लागू हो रही हैं और फर्स्ट भारत लगातार इसकी पड़ताल में लगा हुआ हैं।  इस पूरी कार्रवाई में एसपी के झूठ को उजागर करते हुए हमने एक के बाद एक खबर प्रकाशित कर आपके सामने लाने की कोशिश की हैं। आज हम आपको वो बातें बताने जा रहे हैं जो अब तक आपके पास नही पहुंची हैं। 

प्रेसनोट में बताया सरूपगंज थानाधिकारी की टीम ने पकड़ा हत्यारों को

सिरोही एसपी कार्यालय से जारी हुए प्रेसनोट में इस हत्या की गुत्थी सरूपगंज थानाधिकारी छगन डांगी की टीम ने सुलझाया... जिसमें कालंद्री थानाधिकारी सरिता भी शामिल हैं... अब सवाल उठता हैं कि एक समान रेंक के अधिकारी एक दूसरे के अधीन टीम में कैसे? जब सरूपगंज थानाधिकारी कालंद्री थानाधिकारी को टीम शामिल किया गया था तो फिर सरूपगंज थानाधिकारी छगन डांगी ने अपने साथ साथ कालंद्री थानाधिकारी सरिता की भी आमद रवानगी करवाई होगी, दोनो की साथ साथ रोजनामचा में रपट भी डाली गई होगी? जिसे भी अब सार्वजनिक करने की आवश्कयता हैं...

दांतराई चौकी के चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर, वहीं कालंद्री थानाधिकारी को नही, आखिर क्यों?

पिपलेश्वर महादेव मंदिर के महंत के हत्यारे रमेश मेघवाल को 10 फरवरी को कालंद्री थाना क्षेत्र के मोहब्बत नगर में ग्रामीणों ने चोरी करते पकड़कर कालंद्री थाना पुलिस के हवाले किया था... जिसे बाद में महंत का हत्यारा निकला... लेकिन एसपी खुद बता रहे हैं कि 10 फरवरी कालंद्री पुलिस ने उसे छोड़ दिया था... वही उसी दिन दांतराई चौकी पुलिस ने भी इसी रमेश को चोरी के आरोप में पकड़कर छोड़ दिया ऐसा एसपी साहब बता रहे हैं... और इसके लिए एसपी साहब ने दांतराई चौकी इंचार्ज सहित चौकी में तैनात कुल चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया... पर इसी जुर्म में कालंद्री थाना पुलिस को कोई सजा नही दी गई, बल्कि कालंद्री थानाधिकारी सरिता को पुरुस्कार देने के लिए शिफारिश की जा रही हैं... आखिर एक ही जुर्म में एक को सजा दूसरे को इनाम क्यों?