सांसद किरोड़ी लाल मीणा का झाडू प्रदर्शन: राजधानी में सफाई कर्मचारियों की मांग के समर्थन में सड़क पर पहुंचे सांसद किरोड़ी लाल मीणा, टोंक रोड जाम,लोगों को हुई परेशानी
नगर निगम में सफाई कर्मचारी यूनियन के चुनाव को लेकर राज्य सभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए। टोंक रोड स्थित नगर निगम मुख्यालय पर सांसद मीणा के धरने की सूचना के साथ ही कार्यालय छावनी में तब्दील हो गया। एक ओर सैंकड़ों सफाई कर्मचारी तो दूसरी ओर इतने ही पुलिस जवान एकत्रित हो गए।
जयपुर।
राजस्थान में कोरोना की लहर कमजोर पड़ने के साथ ही धरना प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया। प्रदेश में धरना, प्रदर्शन की शुरूआत तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने महंगाई को लेकर की, लेकिन इसके बाद मानों अब धरना प्रदर्शन को छूट सी मिल गई। हालात देखिए कोरोना की तीसरी लहर की संभावना के बावजूद सैंकड़ों की संख्या में लोग एकत्रित हो रहे है और धरने प्रदर्शन कर रहे है। आज राजधानी में सुबह भाजपा युवा मोर्चा की ओर से कलेक्ट्रेट सर्किल पर धरना प्रदर्शन दिय गया, हालांकि वो बात अलग है कि इसमें प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने डंडे बरसाए। इसके बाद नगर निगम में सफाई कर्मचारी यूनियन के चुनाव को लेकर राज्य सभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए। टोंक रोड स्थित नगर निगम मुख्यालय पर सांसद मीणा के धरने की सूचना के साथ ही कार्यालय छावनी में तब्दील हो गया। एक ओर सैंकड़ों सफाई कर्मचारी तो दूसरी ओर इतने ही पुलिस जवान एकत्रित हो गए। यूनियन चुनाव की मांग पर घंटे भर चले इस घटनाक्रम में हजारों की तादाद में लोगों को परेशानी हुई।
जानकारी के मुताबिक राजस्थान में राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने जयपुर में नगर निगम ग्रेटर मुख्यालय के बाहर टोंक रोड पर धरना दिया। करीब एक आधे घंटे तक जयपुर की लाइफ लाइन मानी जाने वाली टोंक रोड पर मीणा और उनके समर्थकों का कब्जा रहा। इस दौरान टोंक फाटक से रामबाग चौराहे पर जाने वाले ट्रैफिक को गांधी नगर मोड और यूनिवर्सिटी रोड से डायवर्ट करना पड़ा। वहीं जन्म, मृत्यु, विवाह प्रमाण पत्र सहित अन्य काम के लिए निगम मुख्यालय आए लोगों को मेन गेट से लौटा दिया।
यूनियन चुनाव, कर्मचारियों का फिक्सेशन और एरियर की मांग
बताया जा रहा है कि इस प्रदर्शन के पीछे मुख्य कारण सफाई कर्मचारियों की यूनियन के चुनाव करवाना था। इसके अलावा साल 2018 में भर्ती हुए कर्मचारियों में से शेष रहे करीब 300 कर्मचारियों का फिक्सेशन करना और कर्मचारियों का बकाए एरियर का भुगतान की भी मांग की गई। करीब डेढ़ घंटे तक चले पूरे घटनाक्रम के बाद सांसद और उनके साथ 11 जनों का प्रतिनिधि मंडल डीएलबी निदेशक दीपक नंदी से मिला। निदेशक ने एक माह में फिक्सेशन करने, बकाया एरियर देने और चुनाव करवाने के मामले में कोई न कोई समाधान निकालने का आश्वासन दिया। इस बीच प्रदर्शन की सूचना मिलने से पहले ही नगर निगम मुख्यालय को पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया। टोंक रोड और जयपुर अस्पताल के पास बने दोनों मैन गेट को बंद करके वहां पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स की टुकड़ी तैनात कर दी। महिला पुलिस कर्मचारियों की एक-एक यूनिट को लाइन से खड़ा करके पूरे गेट को कवर कर दिया। इस दौरान जो नगर निगम के अंदर था वह अंदर रहे गया और जो बाहर निगम मुख्यालय के अंदर जाना चाह रहा था उसे वापस लौटा दिया।
200 से ज्यादा लोग पहुंचे झाडू लेकर
नगर निगम मुख्यालय के बाहर हुए इस प्रदर्शन में नगर निगम ग्रेटर और हैरिटेज में काम करने सफाई कर्मचारी शामिल हुए। लगभग 200 से ज्यादा लोग हाथों में झाडू लेकर प्रदर्शन करने पहुंचे लोगों ने नगर निगम प्रशासन और कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कर्मचारियों में पुरूषों के साथ-साथ महिला कर्मचारी भी थी, जिन्होंने धरना दिया। प्रदर्शन के शुरू होने से पहले सांसद मीणा ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए रोड जाम नहीं करने और शांतिपूर्वक मार्च निकालने की अपील की, लेकिन अपने वक्तव्य के कुछ देर बाद ही सांसद प्रदर्शनकारियों संग रैली निकालते हुए टोंक रोड पर पहुंचे तो धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि सरकार को चेतावनी दी कि सरकार को हर हाल में चुनाव करवाने पड़ेंगे, ये कर्मचारियों का हक है।