सिरोही: सिरोही:- आखिर एसपी हिम्मत अभिलाष टांक क्यो बोल रहे झूठ पर झूठ
पुलिस ने पीपलेश्वर महादेव मंदिर के साधु भागीरथ गिरी महाराज की हत्या का पर्दाफाश करते रमेश मेघवाल और इस्माइल को गिरफ्तार करने का दावा करते हुए उनकी गिरफ्तारी 16 फरवरी को मंदिर में चोरी के लिए जाने से पहले पकड़ाना बताया।
- फर्स्ट भारत का सबसे बड़ा खुलासा
- झूठा कौन? मोहब्बत नगर के ग्रामीण, कालंद्री थानाधिकारी, दांतराई चौकी इंचार्ज या पालड़ी एम के थानेदार
- एक के बाद एक का बयान आया सामने
- पर एसपी हिम्मत अभिलाष टांक अपनी बनाई कहानी पर अड़िग
- एक व्यक्ति हो सकता हैं झूठा, सबके सब को कैसे करोगे झूठा साबित
सिरोही।
पुलिस ने पीपलेश्वर महादेव मंदिर के साधु भागीरथ गिरी महाराज की हत्या का पर्दाफाश करते रमेश मेघवाल और इस्माइल को गिरफ्तार करने का दावा करते हुए उनकी गिरफ्तारी 16 फरवरी को मंदिर में चोरी के लिए जाने से पहले पकड़ाना बताया। जबकि कालंद्री थाना क्षेत्र के श्रीनवदुर्गा मंदिर मोहब्बतनगर के ट्रस्टियो व गांव के नागरिकों का दावा है कि 10 फरवरी की सुबह करीब 11 बजे रमेश मेघवाल को मंदिर का ताला तोड़ कर चोरी का प्रयास करते समय पकडा, जबकि उसका साथ इस्माल पुजारी को धक्का देकर बाइक पर फरार हो गया।
मोहब्बत नगर के ग्रामवासियों के अनुसार श्रीनवदुर्गामंदिर में 10 फरवरी की सुबह करीब 11 बजे मंदिर का पुजारी गैस सिलैंडर लेने के लिए गया था। इस दौरान मंदिर में दो चोर आए, उन्होंने मंदिर के मेन गेट का ताला तोड दिया था। वो जैसे ही अंदर गया। पानी की टंकी के पास एक युवक हाथ धो रहा था। उसने पुजारी को देख जोर से धक्का दिया तथा बाइक पर बैठ फरार हो गया। जबकि दूसरा युवक मंदिर के पीछे की दीवार फांद कर खेत में अरंडी की फसल के बीच छीप कर लेट गया। उसे मंदिर से कूदता देख दस साल की बच्ची जोर से चिल्लोई तो उसके पिता वहां पहुंचे। तब तक गांव के लोग भी आ गए। उन्होंने घेरा बनाकर उस युवक को पकडा और मंदिर में लेकर आए। चोर चोर सुनते ही ग्रामीणों ने उसकी पिटाई शुरू कर दी। इस दौरान किसी के हाथ लठ आ गया और उसने दो चार लठ जड दिए। मारपीट के दौरान ग्रामवासियों ने उस चोर से उसके साथी के बार में पूछा। ( चोर को लठ मार कर पूछताछ करते बाद में विडियो भी जारी हुआ। जो कि फर्स्ट भारत के पास मौजूद है।)
इस मामले में पूछताछ करने पर फर्स्ट भारत को पता चला कि कालंद्री पुलिस को रमेश ने दांतराई गांव के एक मंदिर में चोरी की जानकारी दी। तो कालंद्री पुलिस ने उस चोर रमेश को दांतराई पुलिस चौकी के हवाले।कर दिया। दांतराई चौकी प्रभारी ने बताया कि रमेश ने चोरी करने का इल्जाम इस्माइल खान पर लगा दिया। इस पर उसे पालडी एम पुलिस को सौंप दिया। पालडी एम पुलिस का कहना है कि उसकी कॉल डिटेल मंगवाई गई लेकिन बीच में रविवार आ जाने से उसे सोमवार को सरुपगंज पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। अब सरुपगंज थाना अधिकारी का कहना है कि पालडी एम थाना अधिकारी ने उन्हें सौंपा ही नही। उनसे पूछे उन्होंने किसे सौंपा नाम बताए?
ये है मंदिर ट्रस्ट परिवार व ग्रामवासी रमेश मेघवाल को पकडऩे का दावा करने वाले
मोहब्बत नगर स्थित मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष गंगासिंह पुत्र रामसिंह ने बताया कि मेरे पास पुजारी का काल आया कि आप जल्दी से मंदिर आओ, मंदिर में चोर आया है। इस पर वे मंदिर पहुंचे। वहां पुजारी ने बताया कि दो चोर थे, एक उसे धक्का देकर बाइक से भाग गया। दूसरा मंदिर के पीछे की दीवार फांद कर अरंडी के खेत में घुस गया हैं। इस पर गांव के लोगों ने चारों ओर से घेरा बंदी कर उसे पकडा तथा कालंद्री पुलिस को कॉल किया। लेकिन कालंद्री पुलिस एक घंटे के बाद आई। तब तक गांव के लोगों के पूछने पर रमेश ने बताया कि वह केशवणा जालोर का निवासी हैं तथा उसका साथी इस्माल था, जो कि अमीरगढ का रहने वाला है। कालंद्री पुलिस एक डेढ बजे आई। उसे पकड कर ले गई। पुलिस ने उन्हें कहा कि बाद में बुलाए तो आ जाना।
भंवरसिंह ने बताया कि उनका मकान मंदिर के पास ही है, चोर मंदिर के पीछे अरंडी के खेत में कूदा, वहां एक बच्ची ने उसे देख चिल्लाना शुरु किया। तो उसके पिता आए तब तक गांव के लोग वहां पहुंच गए थे। उन्होंने अरंडी के खेत से रमेश को पकड कर बाहर निकाला। रमेश ने उन्हें जेब से निकाल कर चार आधार कार्ड सौंपे जिसमें एक रमेश का दूसरा किसी सोनी का था, उसके पास चार पांच चाबी भी थी।
मनोहरसिंह परमार ने बताया कि मैं घर पर था, पुजारी ने काल किया। चोर आया है। वहां पहुंचा तो पुजारी ने बताया कि एक चोर धक्का देकर बाइक से भाग गया। दूसरे को गांव वालों ने उसे खेत से पकडा। पूछा तो उसने बताया कि उसका साथी एक मुसलमान था, जिसका नाम इस्माइल खान हैं।
मंदिर के पुजारी नारायण माली ने बताया कि गांव में गैस सिलेंडर वाला आया हुआ था, इसलिए वो मंदिर के ताला लगाकर सिलैंडर लेने के लिए गया। वहां से वापस आया तो देख मंदिर का ताला टूटा हुआ था, एक लकडा मंदिर के अंदर तथा दूसरा लड़का मंदिर में लगी पानी की टंकी से हाथ धो रहा था। ताला टूटा देख वह चिल्लाया तो रमेश ने उसे धक्का देकर नीचे गिराया तथा दोनों वहां से फरार हो गए। इनमें से एक बाइक पर दूसरा मंदिर के पीछे खेत में कूद गया। उसे गांव के लोगों ने पकडा।
ये है पुलिस परिवार का दावा
कालंद्री थाना अधिकारी सरिता ने बताया कि 10 फरवरी को मोहब्बतनगर से कॉल आया था कि श्रीनवदुर्गा माताजी मंदिर में चोरी कर रहे रमेश कुमार नामक युवक को पकडा है। इस पर वहां से उसे पकड कर थाने ले आए। लेकिन किसी ने मंदिर की तरफ से रिपोर्ट नहीं दी, पूछताछ में उसने दांतराई मंदिर में चोरी का जिक्र किया था। इस पर उसी दिन शाम को दांतराई चौकी प्रभारी एएसआई अर्जुन सिंह को सौंप दिया था।
दांतराई चौकी प्रभारी अर्जुनसिंह ने बताया कि 10 फरवरी को कालंद्री थाना अधिकारी का कॉल आया था, कि दांतराई के मंदिर में चोरी करने वाले रमेश को मोहब्बतनगर मंदिर में चोरी के मामले में पकड़ा है। इस पर वे उसी दिन देर शाम को दस्तियाब कर ले आए। पूछताछ में रमेश ने बताया कि उसके साथी इस्माइल ने चोरी की थी। आबूरोड से बाइक चोरी के बारे में जरुर बताया था। 11 फरवरी को रमेश को पालडी एम थाने वाले ले गए। वहां पर आबूरोड से भी पुलिस वाले आए थे।
पालडी एम थाना अधिकारी सुजानाराम ने बताया कि दांतराई चौकी प्रभारी से रमेश कुमार को लेकर पालडी एम आए थे। उसकी कॉल डिटेल मांगी थी लेकिन बीच में रविवार आ गया। इसलिए उसे 11 और 12 फरवरी की रात को थाने में रखा। उसके बाद 13 फरवरी को उसेे सरुपगंज पुलिस ले गई। सरुपगंज थाना अधिकारी की ओर से 16 को रमेश के साथ इस्माल की गिरफ्तारी बताते हुए 17 फरवरी को एसपी की तरफ से प्रेस वार्ता करते हुए हत्या के मामले का खुलासा करते हुए किया गया।
- एसपी हिम्मत अभिलाष टांक ने बताया कि मोहब्बत नगर में किसी चोर की मारपीट का कोई विडियो होगा तो इसकी मुझे जानकारी में नही है। इस बारे में पता करते है। आप के सवाल है उसके जवाब मैं अभी नहीं दे पाउंगा, इस बारे में सोमवार को बताता हूँ। बिना किसी जानकारी के क्या बता पाउंगा।
अनसुलझे दागी सवाल
- कालंद्री पुलिस ने मोहब्बतनगर के ग्रामीणों के सहयोग से पकडने के बाद उसे दांतराई पुलिस चौकी को सोंप दिया, जबकि ऐसे मामले में अक्सर पुलिस आरोपी को 151 में गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करती है।
श्रीनवदुर्गा मंदिर मंदिर में दिनदहाड़े चोरी करने पहुंचे बदमाश को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस को सौंपा। पुलिस ने उसे 7 दिन तक बिना कोर्ट में पेश किए, अपनी कस्टडी में रखना और बाद में उसको दूसरे साथी के साथ जिले के सबसे बड़े शहर में चोरी की साजिश रचने के जुर्म में गिरफ्तार कर दोनों बदमाशों के पिपलेश्वर महादेव मंदिर के महंत की हत्या का आरोपी बताया।
- जिले वासियों के जेहन में यह सवाल रह रह कर उठ रहा है कि 10 फरवरी को मोहब्बत नगर गांव के नवदुर्गा मंदिर में दिनदहाड़े चोरी करने पहुंचे अमीरगढ़ निवासी इस्लाम खान सुमरा उर्फ मोंटू और केशवाना जालोर निवासी रमेश कुमार को मंदिर के पुजारी के पहुंचने पर दोनों वहां से फरार हो गए। इनमें से रमेश कुमार को ग्रामीणों ने नवदुर्गा मंदिर के पीछे खेत से पकड़ कर कालंद्री पुलिस को सौंपा। दूसरे साथी इस्लाम खान के बारे में इसी बदमाश से पुलिस को जानकारी मिली। लेकिन पुलिस ने इस पूरे घटनाक्रम को प्रेस से छिपाकर रखा। 16 फरवरी को दूसरे साथी इस्लाम को भी पुलिस ने पकड़ा और 17 फरवरी को एसपी हिम्मत अभिलाष टांक ने अपने विभाग की कार्यशैली बताते हुए प्रेसवार्ता आमंत्रित कर दी।
उसमें एसपी ने दोनों आरोपियों को आबूरोड में वारदात करने के पूर्व पकडऩे का दावा किया।
फर्स्ट भारत किसी गलत का साथ नहीं दे रहा, लेकिन पुलिस की कहानी पर सवाल जरुर लगाए गए। पुलिस ने 10 फरवरी को केशवाना जालोर निवासी रमेश मेघवाल को हिरासत में लिया, उसकी गिरफ्तारी 16 को बताई। भारत सहित दुनिया के कई देशों में प्राधिकारी अपने किसी भी नागरिक को बिना चार्ज किये महीनों वर्षों तक कारागार में बंदी बना कर रख सकते हैं, ऐसे में उन नागरिकों के पास विरोध करने या चुनौती देने का कोई कानूनी साधन उपलब्ध नहीं होता है। बंदी प्रत्यक्षीकरण रिट गैर कानूनी बंदी या हिरासत में लिए जाने के खिलाफ नागरिकों के पास एक हथियार है जो नागरिकों को अपने हितों की रक्षा का लिए उच्चतम न्यायालय जाने का शक्ति प्रदान करता है।