ऑक्सीजन सप्लाई में लापरवाही: जालोर के माखुपुरा चेकपोस्ट पर जिला परिवहन अधिकारी की गंभीर लापरवाही, ग्रीन काॅरिडोर तो दूर ऑक्सीजन टैंकर को राजस्थान गुजरात सीमा पर आंधे घंटे तक रोका 

जालोर जिले के भीनमाल स्थित जिला परिवहन अधिकारी और उनकी टीम ने राजस्थान-गुजरात बाॅर्डर पर 4-5 मई की मध्यरात्रि को माखुपुरा कर संग्रहण केंद्र एक ऑक्सीजन टैंकर को केवल इस लिए रोक लिया कि वे टीवी चैनलों पर सुर्खियों में आ सकें।

जालोर (Jalore)। 
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर राजस्थान सहित देश भर में कहर बरपा रही है। ऑक्सीजन (Oxygen) की कमी लोगों की जान ले रही है,हालात यह है कि मोक्ष द्वार में लाशों की कतारें लग रही है। सरकार दिन रात एक कर अस्पतालों में भर्ती मरीजों को बचाने के हर संभव प्रयास कर रही है, केंद्र सरकार ने तो अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई के लिए जहां ऑक्सीजन एक्सप्रेस (Oxygen Express), हवाई जहाजों से टैंकरों की सप्लाई तक शुरू कर दी, वहीं राज्य सरकारें ऑक्सीजन टैंकरों के लिए ग्रीन काॅरिडोर (Green Corridor) बनाकर विशेष इंतजाम कर ही है। ऐसे में एक जिला परिवहन अधिकारी (District Transport Officer) द्वारा महज टीवी में अपना चेहरा देखने की इच्छा के चलते ऑक्सीजन टैंकर को आधे घंटे तक रोकना कितना वाजिब है यह तो प्रशासन ही बता सकता है।
 जालोर जिले के भीनमाल  जिला परिवहन अधिकारी और उनकी टीम ने राजस्थान-गुजरात बाॅर्डर पर 4-5 मई की मध्यरात्रि को माखुपुरा (Makhupura) कर संग्रहण केंद्र एक ऑक्सीजन टैंकर (oxygen tanker ) को केवल इस लिए रोक लिया कि वे टीवी चैनलों पर सुर्खियों में आ सकें। जानकारी के मुताबिक 4 मई को गुजरात के जामनगर स्थित रिलायंस रिफाइनरी (Reliance Refinery) से करीब सवा नो बजे एक टैंकर ऑक्सीजन लिक्विड को भरकर जोधपुर के लिए रवाना किया गया था। इस टैंकर को अपने गंतव्य तक पहुंचाने के लिए सरकार की ओर से  ग्रीन कॉरिडोर भी बनाया गया था। ताकि मरीजों तक प्राणवायु जल्द पहुंचाई जा सकें। भीनमाल जिला परिवहन अधिकारी ओमप्रकाश चौधरी  (Omprakash Chaudhary) और उनकी टीम के अन्य सदस्यों को ग्रीन काॅरिडोर बनाकर ऑक्सीजन टैंकर को अस्पताल के लिए पहुंचाना था। लेकिन इसके विपरीत ओम प्रकाश चौधरी ने माखुपुरा कर संग्रहण केंद्र पर टीवी चैनलों के लिए ऑक्सीजन टैंकर का आधे घंटे के लिए रोक लिया। चौधरी साहब का ऑक्सीजन टैंकर के साथ फोटो सेशन हुआ उसके बाद इसे रवाना किया गया। 


कुछ वीडियो और फोटों के लिए लगा दी कई जिंदगियां दांव पर


लापरवाही की पराकाष्ठा में जितने दोषी भीनमाल जिला परिवहन कार्यालय के अधिकारी कर्मचारी हैं, उतने ही दोषी वीडियो और फोटो लेने वाले तथाकथित पत्रकारों का भी है। इन मीडियाकर्मियों ने महज अपने स्वार्थ के चलते ऑक्सीजन टैंकर को आधे घंटे से भी अधिक समय के लिए खड़ा करवा लिया। ऐसे में अस्पताल में कोरोना से संक्रमित मरीज प्राणवायु का इंतजार करते रह गए, और ना जाने कुछ की तो सांसे भी थम गई होगी। 
क्या दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई 
पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए इन सभी दोषी अधिकारियों कर्मचारियों और तथाकथित पत्रकार के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। जालोर जिला कलेक्टर को इस मामले में संज्ञान लेते हुए निष्पक्ष जांच करवानी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। 
खाली टैंकरों को किया गया था एयरलिफ्ट


देशभर में ऑक्सीजन की कमी होने के बाद केन्द्र सरकार ने एयरफोर्स की मदद लेना शुरू किया। एयरफोर्स खाली टैंकरों को एक से दूसरे स्थान पर पहुंचा रही है। ताकि एक साइड की यात्रा का समय बच सके और अस्पतालों में भर्ती लोगों तक समय पर ऑक्सीजन पहुंच सके। ऑक्सीजन संकट के मुहाने पर खड़े जोधपुर में इसकी समय पर पर्याप्त आपूर्ति के लिए भारतीय वायुसेना ने कमान संभाली है। जोधपुर से एयरफोर्स के विशालकाय सी -17 ग्लोब मास्टर से खाली टैंकरों को जामनगर भेजा जाता हैं। जामनगर से लिक्विड ऑक्सीजन भरकर ये टैंकर सड़क मार्ग से जोधपुर आते हैं। लेकिन भीनमाल के जिला परिवहन अधिकारी व कर्मचारियों द्वारा इस टैंकर को सिर्फ फोटो सेशन के लिए रुकवाकर जो लापरवाही की है उसके खिलाफ तो प्रषासन को सख्ती करनी ही चाहिए।