India-Japan समुद्री अभ्यास जिमेक्स 6 से: भारतीय नौ सेना और जापान मैरीटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स के बीच अरब सागर में 6 अक्टूबर से शुरू होगा समुद्र अभ्यास जिमेक्स

भारतीय नौसेना और जापान मैरीटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स के बीच भारत-जापान द्विपक्षीय सामुद्रिक अभ्यास जिमेक्स का पांचवां संस्करण 6 से 8 अक्टूबर 2021 तक अरब सागर में आयोजित किया जाएगा। अभ्यास की जिमेक्स श्रृंखला जनवरी 2012 में समुद्री सुरक्षा सहयोग पर विशेष ध्यान देने के साथ शुरू हुई।

नई दिल्ली, एजेंसी। 
भारतीय नौसेना (Indian Navy) और जापान मैरीटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स(Japan Maritime Self Defense Force) के बीच भारत-जापान द्विपक्षीय सामुद्रिक अभ्यास जिमेक्स(jimex) का पांचवां संस्करण 6 से 8 अक्टूबर 2021 तक अरब सागर में आयोजित किया जाएगा। अभ्यास की जिमेक्स श्रृंखला जनवरी 2012 में समुद्री सुरक्षा सहयोग पर विशेष ध्यान देने के साथ शुरू हुई। जिमेक्स का पिछला संस्करण सितंबर 2020 में आयोजित किया गया था। फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग वेस्टर्न फ्लीट रियर एडमिरल अजय कोचर(Ajay Kochhar) की कमान में स्वदेश निर्मित गाइडेड मिसाइल स्टेल्थ डिस्ट्रॉयर कोच्चि और गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट तेग, भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व करेंगे। जापान मेरीटाइम सेल्फ डिफेंस फ़ोर्स का प्रतिनिधित्व जेएमएसडीएफ जहाज कागा जो एक इज़ुमो क्लास हेलीकॉप्टर कैरियर है और मुरासामे, एक गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर द्वारा किया जाएगा। इसका नेतृत्व रियर एडमिरल इकेउचीलज़ुरु, कमांडर एस्कॉर्ट फ्लोटिला-3 (सीसीएफ -3) करेंगे। इन जहाजों के अलावा, पी8आई लॉन्ग रेंज मैरीटाइम पेट्रोल एयरक्राफ्ट, डोर्नियर मैरीटाइम पेट्रोल एयरक्राफ्ट, इंटीग्रल हेलीकॉप्टर और मिग 29के फाइटर एयरक्राफ्ट भी अभ्यास में भाग लेंगे। जिमेक्स -21 का उद्देश्य समुद्री अभियानों के समस्त आयामों में अनेक उन्नत अभ्यासों के संचालन के माध्यम से अभियानगत प्रक्रियाओं की सामान्य समझ विकसित करना और अंतर-संचालन क्षमता को बढ़ाना है। हथियारों से फायरिंग, क्रॉस-डेक हेलीकॉप्टर (Cross-Deck Helicopter) संचालन और कॉम्प्लेक्स सरफेस, पनडुब्बी रोधी तथा एयर वॉरफेयर अभ्यास से जुड़े बहुआयामी सामरिक युद्धाभ्यास दोनों नौसेनाओं द्वारा निर्मित समन्वय को मजबूत करेंगे। पिछले कुछ वर्षों में भारत एवं जापान के बीच नौसेना सहयोग का दायरा और जटिलता बढ़ी है। जिमेक्स-21 दोनों नौसेनाओं के बीच सहयोग और आपसी विश्वास को और बढ़ाएगा तथा दोनों देशों के बीच लंबे समय से चली आ रही दोस्ती को मजबूत करेगा।