सिरोही एसपी का दागी प्रेम: राजस्थान : कॉन्स्टेबल से लेकर सीआई अगर हैं दागी तो मिलेगी पोस्टिंग

लगता हैं राजस्थान में सिरोही जिले के एसपी हिम्मत अभिलाष टांक को दागियों से विशेष लगाव हैं। तभी तो एक के बाद दागी को मलाईदार पोस्टिंग देकर खुद मलाई चाटने में लगे हुए हैं। ये हम अपनी मन मर्जी से नही कह रहे हैं, ये सिरोही एसपी के आदेश से लगे उन दागियों की कहानी हैं जिन्हें अपने ऊपर लगे आरोपो को झूठ साबित करने से पहले ....

  • हेडकोंस्टेबल पर छापरी में लगे दाग तो मंडार में दे दी पोस्टिंग
  • वही सीआई पर आबूरोड़ रीको में लगे दाग तो बना दिया DST का मुखिया

सिरोही। लगता हैं सिरोही एसपी हिम्मत अभिलाष टांक को दागियों से विशेष लगाव हैं। तभी तो एक के बाद दागी को मलाईदार पोस्टिंग देकर खुद मलाई चाटने में लगे हुए हैं। ये हम अपनी मन मर्जी से नही कह रहे हैं, ये सिरोही एसपी के आदेश से लगे उन दागियों की कहानी हैं जिन्हें अपने ऊपर लगे आरोपो को झूठ साबित करने से पहले मलाईदार पोस्टिंग मिलने से सवाल खड़े हो रहे हैं। पहला मामला आबूरोड़ रीको थाना क्षेत्र की छापरी चौकी इंचार्ज राजाराम प्रजापत का हैं। जिस पर एक पत्रकार ने स्टिंग ऑपरेशन कर उसकी पूरी करतूत को कैमरे में कैद कर पूरी दुनिया के सामने लाया था। और उसी स्टिंग ऑपरेशन के बाद हैड कॉन्स्टेबल को लाइन हाजिर किया गया था। पर उसके कुछ समय बाद ही बिना जांच पूर्ण हुए ही एसपी साहब ने अपनी जाति बिरादरी के  भ्रष्टाचार के आरोपी हैड कॉन्स्टेबल को सिरोही जिले के सबसे बड़े थाने में पोस्टिंग दे दी थी। फर्स्ट भारत ने एसपी के इस निर्णय पर तब भी सवाल उठाए थे, लेकिन एसपी साहब ने इसे अपनी मूंछ का सवाल बनाते हुए उस आदेश को यथावत रखा।  ना प्रदेश सरकार ने इस कोई प्रतिक्रिया दिखाई, ना ही पुलिस महकमे के राजस्थान सुप्रीमो ने। और पूरे मामले को ठंडे बस्ते में डालकर राजाराम को मंडार जैसे मलाईदार थाने में पोस्टिंग मिल गई। 

अब आया दूसरा मामला सामने, एक दागी सीआई को मिली मलाईदार पोस्टिंग

दागी हैड कॉन्स्टेबल राजाराम को मलाईदार पोस्टिंग देने के मामले में कुछ भी नही होने से एसपी हिम्मत अभिलाष टांक के हौंसले सातवें आसमान पर हैं। और अब इन्होंने एक रेप पीड़िता के मामले में आरोपी को बचाने वाले सीआई को ऐसी जगह पर पोस्टिंग दे दी, जहां से उसे पूरे जिले में अपनी हुकूमत दिखाने का शानदार अवसर उपलब्ध हो गया। आबूरोड़ रीको थाना क्षेत्र में गुजरात की एक युवती के साथ हुए गैंगरेप के आरोपियों को बचाने के जुर्म में माननीय न्यायालय ने तत्कालीन सीआई चम्पाराम के विरुद्ध गंभीर टिप्पणी की थी। जिसके चलते पूरे पुलिस महकमे की आमजनता में थू-थू हुई थी। तत्कालीन एसपी ने इसे गम्भीरता से लेते हुए सीआई चम्पाराम को लाइन हाजिर करने के साथ उसके विरुद्ध "D" की जांच शुरु की। लेकिन वर्तमान एसपी हिम्मत अभिलाष टांक ने उस "D" जांच को साइड में करते हुए आरोपी सीआई चम्पाराम को DST टीम का ही मुखिया बना दिया। यानी आबूरोड़ रीको थाने में लोगो के साथ अन्याय करने वाले को पूरे जिले में अपनी मनमर्जी करने के लिए खुला छोड़ दिया गया। अब आम लोगो के विश्वास पर पुलिस कैसे काम करेगी ये देखने वाली बात होगी।