एशियन बॉक्सिंग में भारत को गोल्ड: एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में पूजा रानी ने जीता गोल्ड मेडल तो मैरीकॉम को सिल्वर 

दुबई में चल रही एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत की महिला खिलाड़ी पूजा रानी ने 75 किलो वेट में लगातार दूसरा गोल्ड जीता। इसके साथ ही 5 बार की गोल्ड मेडल चैंपियन मैरीकॉम सहित तीन बॉक्सरों ने सिल्वर मेडल पर कब्जा किया।

नई दिल्ली।
दुबई में चल रही एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत की महिला खिलाड़ी पूजा रानी ने 75 किलो वेट में लगातार दूसरा गोल्ड जीता। इसके साथ ही 5 बार की गोल्ड मेडल चैंपियन मैरीकॉम सहित तीन बॉक्सरों ने सिल्वर मेडल पर कब्जा किया।  भारतीय महिला टीम को इस टूर्नामेंट में 10 मेडल मिले हैं। इनमें एक गोल्ड, 3 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज मेडल शामिल है। मैरीकॉम के अलावा लाल बुतसाही ने 64 किलो वेट में और अनुपमा ने 81 किलो से ऊपर वेट में सिल्वर मेडल हासिल किया हैं। 
उज्बेकिस्तान की मावलुदा को हरा पूजा ने जीता गोल्ड
महिलाओं में एक मात्र गोल्ड मेडल जीतने वाली पूजा रानी ने फाइनल में उज्बेकिस्तान की मावलुदा मोल्दोनोवा को 5-0 से हराया। पूजा इससे पहले भी 2019 में इस चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं। वहीं इस बार उन्होंने चार मेडल जीता है। 2015 में पूजा ने ब्रॉन्ज और 2012 में सिल्वर मेडल जीते थे। लालबुतसाही 2019 वल्र्ड पुलिस खेलों में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं। वहीं पहली बार एशियन चैंपियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व किया।
5 बार की एशियन चैंपियन मैरीकॉम इस बार सिल्वर
5 बार एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड जीत चुकी मैरीकॉम का छठा गोल्ड जीतने का सपना पूरा नहीं हो सका। उन्हें फाइनल में दो बार की वल्र्ड चैंपियन नाजि़म काज़ैबे ने 3-2 से हराया। मैरीकॉम ने एशियन चैंपियनशिप में सातवीं बार हिस्सा लेते हुए दूसरी बार सिल्वर मेडल जीता है। उनके नाम पांच गोल्ड और दो सिल्वर मेडल हैं। मैरीकॉम और लैशराम सरिता देवी ने एशियाई चैंपियनशिप में पांच-पांच गोल्ड मेडल जीते हैं। उन्होंने 2003, 2005, 2010, 2012 और 2017 में गोल्ड मेडल जीता था, जबकि 2008 और इस साल सिल्वर मेडल जीता। इस साल की खास बात यह है कि चैंपियनशिप की पुरस्कार राशि में भारी इजाफा किया गया है। 
पूजा को मिलेंगे 10 हजार अमेरिकी डॉलर 
इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (एआईबीए) ने इस चैंपियनशिप के लिए 4,00,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि आवंटित की है। पुरुषों और महिलाओं की श्रेणियों के गोल्ड मेडल विजेताओं को 10,000 अमेरिकी डॉलर से सम्मानित किया जा रहा है जबकि सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल विजेताओं को क्रमश: 5,000 अमेरिकी डॉलर और 2,500 अमेरिकी डॉलर का पुरस्कार दिया जा रहा है। वहीं आठ भारतीय मुक्केबाज सिमरनजीत कौर (60 किग्रा), विकास कृष्ण (69 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा), जैस्मीन (57 किग्रा), साक्षी चौधरी (64 किग्रा), मोनिका (48 किग्रा), स्वीटी (81 किग्रा) और वरिंदर सिंह (60 किग्रा) को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। इन सबने देश के लिए ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। दुबई हो रहे एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत, उज्बेकिस्तान, मंगोलिया, फिलीपींस और कजाखिस्तान सहित 17 देशों के 150 बॉक्सरों ने हिस्सा लिया था।