राजनीति में नाथी और खाला का बाड़ा: प्रदेश की राजनीति में नाथी का बाड़ा और खाला जी बाड़ा सुर्खियों में
प्रदेश की राजनीति में इन दिनों दो शब्द सुर्खियों में है। शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के बाद अब पूर्व चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड़ की वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर चर्चाओं में हैं।
जयपुर।
राजस्थान में उपचुनाव का प्रसार प्रचार जोर—शोर से चल रहा है। कोरोना के बावजूद राजनेता कोरोना गाइडलाइन को साइड लाइन कर एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे है। ऐसे में प्रदेश की राजनीति में इन दिनों दो शब्द सुर्खियों में है। शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के बाद अब पूर्व चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड़ की वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर चर्चाओं में हैं। पहले शिक्षामंत्री ने उनके सीकर स्थित निजी निवास पर आए शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमंडल को फटकार लगाते हुए यहां तक कहा था कि यह कोई नाथी का बाड़ा थोड़ी है, अब राजेन्द्र राठौड़ की एक वीडियो क्लिप में सुनाई दे रहा है कि खाला जी का बाड़ा नहीं है। बहरहाल राजस्थान की राजनीति ने नाथी का बाड़ा और खाला जी का बाड़ा लोगों की जुबां पर ला दिया।
पहले नाथी का बाड़ा की बात
दरअसल दो-तीन दिन पहले शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। इस वीडियो में डोटासरा उनके निवास पर ज्ञापन देने पहुंचे शिक्षकों को कड़ी फटकार लगा रहे हैं। इस फटकार के दौरान ही डोटासरा ने कहा कि मेरे घर को 'नाथी का बाड़ा' समझ रखा है क्या। बस फिर क्या था नाथी का बाड़ा रातों रात सुर्खियों में आ गया। सोशल मीडिया पर यह शब्द खूब वायरल हुआ और इसके तरह-तरह के अर्थ निकाले गए।
खाला जी का बाड़ा
नाथी का बाड़ा के बाद अब खाला जी का बाड़ा शब्द चर्चाओं में आ गया है। उप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ की एक वीडियो क्लिप ट्वीट की। इस वीडियो क्लिप में राजेन्द्र राठौड़ एक सभा को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस पर निशाने साध रहे हैं और कह रहे हैं कि ये खाला जी का बाड़ा नहीं है। वीडियो सुजानगढ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की सभा का बताया जा रहा है जिसमें कुछ लोग कांग्रेस जिन्दाबाद के नारे लगा रहे थे। इसी पर नाराजगी जताते हुए राठौड़ ने यह शब्द इस्तेमाल किया। राजेन्द्र राठौड़ की इस वीडियो क्लिप पर ट्वीट कर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि सुजानगढ उपचुनाव में भाजपा की हार साफ दिख रही है। उन्होंने राजेन्द्र राठौड़ पर तंज कसते हुए कहा कि आपके प्रचार के भी क्या कहने, पिछले सभी उपचुनाव जहां आपको जिम्मेदारी मिली वहां भाजपा की हार हुई। ट्वीट के आखिर में डोटासरा ने लिखा कि जहँ-जहँ पाँव पड़े सन्तन के तहँ-तहँ होवै बन्टाधार।