कर्नाटक का मंत्रिमंडल: कर्नाटक में बोम्मई सरकार के 29 मंत्रियों ने ली शपथ,सर्वाधिक लिंगायत समाज के 8 विधायक शामिल

राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार आजकल हो रहा है, इसी ​बीच​ दक्षिण के कर्नाटक राज्य में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए 29 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। हालांकि इस मंत्रिमंडल विस्तार में किसी को उपमुख्यमंत्री की कुर्सी नहीं मिली, जबकि येदियुरप्पा की पिछली सरकार में 3 डिप्टी CM बनाए गए थ

बेंगलूरु।
राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार आजकल हो रहा है, इसी ​बीच​ दक्षिण के कर्नाटक(Karnataka) राज्य में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Chief Minister Basavaraj Bommai)ने मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए 29 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। हालांकि इस मंत्रिमंडल (cabinet) विस्तार में किसी को उपमुख्यमंत्री (deputy chief minister) की कुर्सी नहीं मिली, जबकि येदियुरप्पा की पिछली सरकार में 3 डिप्टी CM बनाए गए थे। पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा (Former Chief Minister BS Yediyurappa)के बेटे और भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party)के प्रदेश उपाध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र का नाम लिस्ट में शामिल नहीं किया गया। राज्यपाल थावरचंद गहलोत (Governor Thaawarchand Gehlot) ने राजभवन नए मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार से पहले दिल्ली में पार्टी आलाकमान से बातचीत की गई थी। मंगलवार रात तक हुई चर्चा के बाद लिस्ट तय हुई। इसके बाद मैंने लिस्ट राज्यपाल को भेजकर उनसे बात की। मंत्रिमंडल में नए और अनुभवी दोनों मंत्री शामिल किया गया हैं। आपको बता दें कि मंत्रिमंडल में 8 मंत्री लिंगायत समुदाय से, 7 मंत्री अन्य पिछड़ा वर्ग, 7 वोक्कालिगा समुदाय, 3 अनुसूचित जाति, 1 अनुसूचित जनजाति, 1 रेड्डी समुदाय और 1 महिला को भी शामिल किया गया है।
पूर्व सीएम के बेटे का नाम शामिल नहीं
पूर्व सीएम येदियुरप्पा(Former CM Yediyurappa) के बेटे विजयेंद्र का नाम लिस्ट में शामिल नहीं करने के सवाल पर सीएम बोम्मई ने कहा कि मैंने इस बारे में पूर्व मुख्यमंत्री से बात की थी। इसके बाद राष्ट्रीय महासचिव और कर्नाटक के प्रभारी अरुण सिंह ने भी विजयेंद्र से बात की, लेकिन आखिर में उनका नाम लिस्ट में न रखने का निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रिमंडल का गठन 2023 में होने वाली चुनावों को ध्यान में रखकर किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi), गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष JP नड्डा की सहमति के बाद मंत्रिमंडल विस्तार हो रहा है। नए मंत्री लोगों की जरूरतों पर ध्यान देने के साथ उनका विश्वास हासिल करेंगे।