आरपीएससी, शिक्षा मंत्री और खेल रिश्वत का: आरएएस परीक्षा के इंटरव्यू में शिक्षा मंंत्री के रिश्तेदार को मिले 100 में से 80 अंक, जबकि आरएएस टॉपर को 77, सोशल मीडिया पर वायरल

RAS परीक्षा 2018 में इंटरव्यू के नाम पर 23 लाख रुपए की रिश्वत का खेल सामने आने के बाद अब प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा पर सवाल दागे जा रहे है। भाजपा की ओर से तो डोटासरा से इस्तीफा तक मांगा जा रहा है। दरअसल मामला शिक्षा मंत्री के रिश्तेदारों के इंटर व्यू में 100में से 80 फीसदी नंबर आने के बाद तूल पकड गया।

जयपुर। 
राजस्थान प्रशासनिक सेवा (Rajasthan Administrative Service) परीक्षा यानी RAS परीक्षा 2018 में इंटरव्यू के नाम पर 23 लाख रुपए की रिश्वत का खेल सामने आने के बाद अब प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasara) पर सवाल दागे जा रहे है। BJP की ओर से तो डोटासरा से इस्तीफा तक मांगा जा रहा है। दरअसल मामला शिक्षा मंत्री के रिश्तेदारों के इंटर व्यू में 100में से 80 फीसदी नंबर आने के बाद मामला तूल पकड़ गया। सोशल मीडिया पर यह तेजी से वायरल हो रहा है। मजबूरन शिक्षा मंत्री को इस मामले में सफाई तक देनी पड़ गई। जानकारी के मुताबिक आरएएस परीक्षा में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के दो रिश्तेदारों के चयन पर बीजेपी ने सवाल खड़े कर दिए है। डोटासरा के दोनों रिश्तेदारों को इंटरव्यू में 100 में से 80 अंक दिए गए। जबकि इस पीरक्षा की टॉपर को इंटर्व्यू में महज 77 अंक मिले। 
आरएएस परिणाम से पूर्व एसीबी का छापा
अब इस मुद्दे पर बीजेपी ने जांच की मागं की। दूसरी तरफ डोटासरा ने कहा कि योग्यता से मिले अंक और चयन हुआ है। कोई सिफारिश नहीं की। दरअसल, ये परीक्षा नतीजों से पहले से ही विवादों में है। ACB ने नतीजों से पहले इस परीक्षा में इंटरव्यू में अच्छे अंक दिलाने के नाम पर 23 लाख की घूस के मामले का भंडाफोड़ किया था। RPSC की सदस्या के पति को एसीबी ने इस मामले में वांरट जारी कर रखा है।

शिक्षा मंत्री की बहू का भाई और बहन का चयन
RAS परीक्षा में राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के दो रिश्तेदारों का चयन हुआ। इसमें गोविंद सिंह डोटासरा की पुत्रवधु प्रतिभा के भाई गौरव (Gaurav) और बहन प्रभा (Prabha) का भी चयन हुआ। गौरव और प्रभा के इंटर्व्यू में 100 में से 80- 80 अंक आए। ये इंटर्व्यू में सबसे अधिक अंक पाने वालों की सूची में है। हैरानी की बात ये है कि इस परीक्षा में टॉपर रही मुक्ताराव को इनसे कम यानी 77 अंक इंटरव्यू में मिले। 
आखिर देनी पड़ी सफाई 
मामले ने तूल पकड़ा तो गोविंद सिंह डोटसरा ने सफाई दी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि दोनों रिश्तेदार गौरव और प्रभा प्रतिभाशाली हैं। चयन योग्यता के आधार पर हुआ है। शिक्षा मंत्री राजस्थान सरकार ने कहा कि इसमें किसी भी राजनेता का कोई लेना देना नहीं। किसी के रिश्तेदार या जानकार होने से चयन नहीं होता है क्या? मेरे बेटे का भी पहले चयन हुआ था। तब बीजेपी का राज था। मेरी पुत्रवधु की बहन और भाई होने से क्या हुआ।