Tennis खिलाड़ी नोवाक की बढ़ी परेशानी: Corona के चलते विश्व का नंबर 1 खिलाड़ी पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन से बाहर, अब फ्रेंच ओपन खेलने पर भी खतरा

टेनिस में दुनिया के नंबर वन खिलाड़ी नोवाक जोेकोविच की परेशानियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद ऑस्ट्रेलियन में जानकारी छिपाने के मामले में जहां ऑस्ट्रेलियन ओपन से बाहर होना पड़ा, वहीं अब कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाने पर फ्रेंच ओपन पर भी खतरा मंडरा रहा है। 

नई दिल्ली, एजेंसी।
टेनिस में दुनिया के नंबर वन खिलाड़ी नोवाक जोेकोविच की परेशानियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद ऑस्ट्रेलियन में जानकारी छिपाने के मामले में जहां ऑस्ट्रेलियन ओपन से बाहर होना पड़ा, वहीं अब कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाने पर फ्रेंच ओपन पर भी खतरा मंडरा रहा है। 
ऑस्ट्रेलियन ओपन में कोरोना के चलते उनका वीजा 3 साल के लिए रद्द कर दिया गया। 
​वीजा रद्द करने के साथ ही उन्हें देश से बाहर भेज दिया गया। अब टेनिस के फ्रेंस ओपन में भी यही नियम लागू हुआ है कि वैक्सीनेटेड खिलाड़ियों व स्टाफ को टूर्नामेंट में प्रवेश दिया जाएगा। एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक फ्रांस के नए वैक्सीन कानून के मुताबिक संसद ने 16 जनवरी को ही नए वैक्सीन कानून का मंजूरी दी है। 
इस कानून के तहत लोगों को रेस्तरां, सिनेमा, कैफे और लंबी दूसरी की ट्रेन सहित सार्वजनिक जगहों पर जाने के लिए वैक्सीन का प्रमाण पत्र दिखाना होगा।
फ्रांस के खेल मंत्रालय ने भी इसको लेकर कहा है कि कानून लागू होते ही वैक्सीन पास अनिवार्य हो जाएगा। फिर चाहे दर्शक हो या फिर खिलाड़ी। सबके लिए नियम समान रहेगा।
 फ्रेंच ओपन मई में होना है, तब तक हालात सही होंगे ऐसी उम्मीद की जा रही है। लेकिन नियमों में कोई राहत नहीं दी जाएगी।
इधर, आस्ट्रेलिया से निकाले जाने के बाद नोवाल 17 जनवरी को दुबई के रास्ते सर्बिया अपने देश जाने के लिए रवाना हो गए। 
दुबई में यात्रियों के लिए टीकाकरण अनिवार्य नहीं है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया में वहां की सरकार ने नोवाक को सार्वजनिक खतरा बताया था। 
ऑस्ट्रेलिया ओपन से पहले नोवाक कोरोना संक्रमित थे, इसके बावजूद उन्होंने सर्बिया में कई जगह भाग लिया और लोगों से बातचीत की। इसे गलत मानते हुए ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने उनका वीजा रद्द कर दिया था।