सिरोही : व्हाट्सएप्प पर तीये की बैठक हेतु लोगों को आमंत्रित कर रहे शिक्षा विभाग के रिटायर्ड कर्मचारी पर विकास अधिकारी ने की कार्रवाई 

राजस्थान सरकार द्वारा कोरोना महामारी संक्रमण आपदा को देखते हुए रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़ा 10 मई से 24 मई तक पुरे प्रदेश में सम्पूर्ण लॉक डाउन कर प्रदेश में सभी प्रकार के सार्वजनिक एवं पारिवारिक आयोजनों को स्थगित करने के आदेश है।

सिरोही। 

राजस्थान सरकार द्वारा कोरोना महामारी संक्रमण आपदा को देखते हुए रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़ा 10 मई से 24 मई तक पुरे प्रदेश में सम्पूर्ण लॉक डाउन कर प्रदेश में सभी प्रकार के सार्वजनिक एवं पारिवारिक आयोजनों को स्थगित करने के आदेश है। लेकिन इन सब की परवाह किये बिना ही सिरोही जिले की ग्राम पंचायत उन्दरा में स्थित परलाई गाँव के शिक्षा विभाग से रिटायर्ड एक कर्मचारी को व्हाट्सएप्प पर उसके परिवार की वृद्धा की तीये की बैठक हेतु लोगों को मैसेज कर आमंत्रित करना अब भारी पड़ गया है। 

जानकारी के अनुसार परलाई निवासी वृद्धा लक्ष्मी देवी पत्नी दानाराम मेघवाल की मृत्यु दिनांक 10 मई 2021 को हो गई थी। जिसके बाद परलाई गाँव के शिक्षा विभाग से रिटायर्ड कर्मचारी वीराराम ने व्हाट्सएप्प पर ग्रुप "जय बाबारी" में दिनांक 11 मई 2021 को शाम 6:05 पर उक्त वृद्धा की मृत्यु शोक हेतु दिनांक 12 मई 2021 को तीये की बैठक के आयोजन में सुबह 10 बजे तक सभी को पधारने का आमंत्रण हेतु मैसेज कर वायरल किया गया। जिसकी जानकारी विकास अधिकारी हनूवीर सिंह, पंचायत समिति पिंडवाड़ा को मिलते ही उन्होंने तुरंत प्रभाव से कार्यालय आदेश क्रमांक 249 दिनांक 11 मई 2021 के जरिये  पीईईओ वीरवाड़ा को उक्त व्यक्ति के विरुद्ध आपदा एवं महामारी अधिनियम 2005 एवं धारा 144 के उल्लंघन के प्रयास कराने एवं लोगों को एक जगह पर आमंत्रित कर संक्रमण फ़ैलाने के दोष में उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिए। साथ ही बुधवार को आयोजित होने वाली तीये की बैठक को निरस्त करवाने का कहा। 

व्हाट्सएप्प ग्रुप के जागरूक सदस्य ने समय रहते कर दी शिकायत वरना हो सकता था बड़ा कोरोना विस्फोट 
वीराराम द्वारा उक्त व्हाट्सएप्प ग्रुप में वृद्धा की तीये की बैठक के लिए किये जा रहे आयोजन  में लोगों को आमंत्रित करने के सन्देश आते ही ग्रुप के एक सदस्य ने सजगता दिखते हुए तुरंत इसकी सुचना विकास अधिकारी को दी एवं उक्त मैसेज के स्क्रीनशॉट लेकर विकास अधिकारी के समक्ष रखे। जिस पर विकास अधिकारी ने बिना देरी किये तुरंत प्रभाव से कार्रवाई भी की।