कोरोना का कहर: राजस्थान के जालोर में शादी के 9 दिन बाद ही दूल्हे की कोरोना से मौत
कोरोना के चलते विवाह के कुछ घंटों बाद ही दूल्हे को अस्पताल भर्ती कराना पड़ा, हालात बिगड़ तो जालोर अस्पताल से सिरोही और फिर पालनपुर अस्पताल में भर्ती किया गया। सब कुछ मात्र 9 दिनों में हो गया, नौवें दिन तो शाम होते होते एक नोजवान कोरोना की जंग हार गया।
जालोर।
कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक होती जा रही है। शहरों में ही नहीं कोरोना से अब गांवों में जन हानि होना शुरू हो गई। ग्रामीणों की लापरवाही इंसान की जान पर बन रही है, बावजूद इसके गांवों में कोरोना गाइड लाइन की पालना दूर दूर तक नजर नहीं आ रही। इसके विपरीत गांवों में वैवाहिक आयोजनों में बड़ी संख्या में मेहमानों को एकत्रित किया जा रहा है, सोशल डिस्टेंसिंग तो दर मास्क तक नहीं लगाए जा रही है, इसी का परिणाम है कि रविवार को एक नवविवाहिता दांपत्य जीवन में प्रवेष करने के साथ ही विधवा हो गई। कोरोना के चलते विवाह के कुछ घंटों बाद ही दूल्हे को अस्पताल भर्ती कराना पड़ा, हालात बिगड़ तो जालोर अस्पताल से सिरोही और फिर पालनपुर अस्पताल में भर्ती किया गया। सब कुछ मात्र 9 दिनों में हो गया, नौवें दिन तो शाम होते होते एक नोजवान कोरोना की जंग हार गया।
जानकारी के मुताबिक जालोर के रायपुरिया निवासी ईष्वर सिंह देवड़ा की पुत्री कृष्णा कंवर को विवाह 30 अप्रेल 2021 को जालोर के ही बैरठ निवासी शैतान सिंह के साथ हुआ था। कोरोना काल में लापरवाही दूल्हे को ही भारी पड़ गई। कोरोना काल में मास्क नहीं लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग जैसी गाइड लाइन की पालना नहीं करने का खामियाजा जान से हाथ धोकर चुकाना पड़ा।
30 की शादी, 1 को अस्पताल में भर्ती दूल्हा
शैतान सिंह 30 अप्रेल को अपनी ही शादी के नेकचार निभा रहा था, कोरोना के चलते इस दौरान उसकी हालत खराब होती चली गई और अगले ही दिन 1 मई को उसे बारात विदा होने के बाद घर पहुंचते ही गृह प्रवेष की रस्म निभाई और तबीयत खराब होेने पर दूल्हे शैतान सिंह को अस्पताल ले जाना पड़ा। समय गुजरता गया और शैतान सिंह की तबीयत भी बिगड़ती चली गई। बताया जा रहा है कि जालोर में सुधार नहीं होने पर उसे सिरोही अस्पताल में भर्ती कराया गया, यहां से उसे पालनपुर ले जाया गया, लेकिन विधाता को कुछ ओर ही मंजूर था। 9 मई रविवार की शाम शैतान सिंह की मौत हो गई।
सरकार की अपील अभी नहीं करें विवाह आयोजन
कोरोना की दूसरी लहर गांवों में पांव पसार रही है। ऐसे में राजस्थान सरकार लोगों से वैवाहिक आयोजन नहीं करने की अपील कर चुकी। गहलोत सरकार तो लगातार ग्रामीणों को सजग और सावधान रहने की अपील कर रही है। अभी भी समय है लोगों को मास्क लगाने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग की पालना अनिवार्य रूप से करनी होगी, बिना वजह घर से बाहर निकलना बंद करना होगा, तब ही कोरोना की चेन को तोड़ा जा सकता है। नहीं तो कोरोना से बड़ी संख्या में जन हानि होने से कोई नहीं रोक पाएगा।