एनएचएआई की पहल: नेशनल हाइवे अथाॅरिटी ऑफ इंडिया ने ऑक्सीजन टैंकरों को किया टोल फ्री

नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन ले जाने वाले टैंकरों को टोल फ्री कर दिया है। अब देशभर में कहीं भी एनएचएआई के टोल प्लाजा पर ऑक्सीजन टैंकर से टोल नहीं लिया जाएगा।


नई दिल्ली।
नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन ले जाने वाले टैंकरों को टोल फ्री कर दिया है। अब देशभर में कहीं भी एनएचएआई के टोल प्लाजा पर ऑक्सीजन टैंकर से टोल नहीं लिया जाएगा। कोरोना महामारी के दौरान तेजी से बढ़ रहे मरीजों को ऑक्सीजन की कमी होने के बाद दिन-ब-दिन बढ़ती मेडिकल ऑक्सीजन की डिमांड और पहुंचने में देरी होने पर मरीजों को होने वाले नुकसान को देखते हुए ये फैसला लिया गया है। इससे पहले मध्यप्रदेश सरकार ने ऑक्सीजन ले जाने वाले वाहनों को एंबुलेंस का दर्जा देने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने कहा था कि टैंकर को प्लांट से रवाना होने से लेकर अस्पताल तक पहुंचाने के दौरान पुलिस का वाहन उनके साथ रहेगा। ऑक्सीजन ले जाने वाले टैंकर्स को एनएचएआई के किसी भी टोल प्लाजा पर आगामी आदेश तक टोल देने की जरूरत नहीं है। मेडिकल ऑक्सीजन ले जाने वाले टैंकरों को भी दूसरे इमरजेंसी वाहनों की तरह सहूलियत मिलनी चाहिए। एनएचएआई  के टोल प्लाजा में फास्टैग सुविधा लागू होने के कारण वाहनों को टोल क्रॉस करने में समय नहीं लगता है, फिर भी आदेश में ऑक्सीजन ले जा रहे वाहनों को क्लियर रास्ता देने की बात कही गई है। आदेश की कॉपी इससे जुड़े सभी अधिकारियों और दूसरे स्टॉक होल्डर्स को दे दी गई है। इससे पहले भारतीय रेलवे ने शनिवार को बयान जारी कर कहा है कि 17 राज्यों में अब तक 298 आइसोलेशन कोच तैनात किए जा चुके हैं। इन कोच में 4,700 बेड की व्यवस्था है। इनमें से 60 कोच अकेले महाराष्ट्र के नंदुरबार में तैनात किए गए हैं। इनमें 116 कोरोना मरीजों का इलाज अब तक किया जा चुका है। 93 डिस्चार्ज भी हो चुके हैं। 42 कोच मध्यप्रदेश के रतलाम तो 20 भोपाल में तैनात हैं। 21 कोच असम के गुवाहाटी और 20 बदरपुर में तैनात हैं।