Rajasthan राजमार्ग 925 @ ELF: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और राजमार्ग मंत्री गडकरी ने इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड का किया उद्घाटन
आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने जालोर-बाड़मेर जिले की सीमा पर इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड (ईएलएफ) का उद्घाटन किया। समारोह में राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी ने बाड़मेर के दक्षिण में गांधव-बाखासर सेक्शन (राष्ट्रीय राजमार्ग-925) पर वायुसेना के इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड पर वैमानिक गतिविधियों का....
जयपुर।
आज राजस्थान के इतिहास में एक ओर ऐतिहासिक अध्याय जुड़ गया। आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह(Defense Minister Rajnath Singh) और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी(Nitin Gadkari) ने जालोर-बाड़मेर जिले की सीमा पर इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड (ईएलएफ) का उद्घाटन किया।
समारोह में राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी ने बाड़मेर के दक्षिण में गांधव-बाखासर सेक्शन (National Highway-925) पर वायुसेना के इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड (Emergency landing field)पर वैमानिक गतिविधियों का अवलोकन भी किया। वायुसेना के इस समारोह में एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया, चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत भी मौजूद रहे। गौरतलब है कि राजस्थान में यह पहली बार हुआ है जब किसी राष्ट्रीय राजमार्ग का उपयोग भारतीय वायुसेना के विमानों की इमरजेंसी लैंडिंग के लिए किया जाएगा।
सुखोई, मिग और जगुआर जैसे विमानों की हुई लैंडिंग
वायुसेना(Air Force) ने इमरजेंसी लैंडिंग स्ट्रीप पर आज कई फाइटर विमानों की लैंडिंग कराई। कई प्लेन इस राजमार्ग से उड़ान भरते हुए भी नजर आए।
करीबन तीन घंटे तक वायुसेना के बेड़े में शामिल लड़ाकू विमान यहां उड़ान भरते हुए नजर आए। इस दौरान सुखोई,मिग, जगुआर विमान भी यहां आपातकालीन हवाई पट्टी पर लैंड करते हुए नजर आए।
आपदा में राहत पहुंचाने में मददगार:रक्षा मंत्री
इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड उद्घाटन के बाद संवाददाताओं से बातचीत में राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा सेना की ऑपरेशनल क्षमता को बढ़ाने के लिए देशभर में कई स्थानों पर इस तरह की इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड का निर्माण किया जा रहा है। इससे प्राकृतिक आपदा में जनता को जल्द से जल्द राहत पहुंचाई जा सकती है। रक्षा मंत्री सिंह ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर से कुछ ही कदम दूर इस प्रकार की इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड का तैयार होना यह सिद्ध करता है कि भारत अपनी एकता, संप्रभुता और अखंडता की रक्षा के लिए सदैव तैयार है। भारत के अंदर किसी भी चुनौती का सामना करने की क्षमता है।
भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत तैयार
इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड को भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत तैयार किया गया है। यह फील्ड पाकिस्तान से महज 40 किलोमीटर दूर है। इसे वायुसेना के इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए बनाया गया है। इसकी लागत 32.95 करोड़ रुपए की आई है। यह हवाई पट्टी 3 किमी लंबी और 33 मीटर चौड़ी है। इसके दोनों तरफ 2 पार्किंग बनाई गई हैं, ताकि लैंडिंग के बाद विमानों को पार्क किया जा सके। इसके अलावा एटीसी प्लिंथ का डबल मंजिला एटीसी केबिन के साथ निर्माण किया गया है, जो पूरी तरह से सुविधायुक्त है। इमरजेंसी हवाई पट्टी के पास 3.5 किमी लंबी और 7 मीटर चौड़ी सर्विस रोड भी बनाई गई है।