कोरोना वैक्सीनेशन का इंतजार: युवा वर्ग में कोरोना वैक्सीनेशन में लगेगा दिसंबर तक का समय
कई राज्यों में कोरोना वैक्सीन की किल्लत के बीच केंद्र सरकार को उम्मीद है कि युवा वर्ग को दिसंबर अंत तक कोरोना वैक्सीन लगाई जा सकती है। 18 साल से 44 साल तक की उम्र की करीब 95 करोड़ की आबादी को इस साल दिसंबर तक टीका लगाया जा सकता है।
जयपुर।
कई राज्यों में कोरोना वैक्सीन (Corona vaccine ) की किल्लत के बीच केंद्र सरकार को उम्मीद है कि युवा वर्ग को दिसंबर अंत तक कोरोना वैक्सीन लगाई जा सकती है। 18 साल से 44 साल तक की उम्र की करीब 95 करोड़ की आबादी को इस साल दिसंबर तक टीका लगाया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जुलाई महीने से वैक्सीन की उपलब्धता आसान हो जाएगी। आने वाले महीनों में वैक्सीन की उपलब्धता बढऩे का अनुमान है। बताया जा रहा है कि मई में 8.5 करोड़, जून में 10 करोड़, जुलाई में 15 करोड़, अगस्त में 36 करोड़, सितंबर में 50 करोड़, अक्टूबर में 56 करोड़, नवंबर में 59 करोड़ और दिसंबर में 65 करोड़ डोज उपलब्ध होने का अनुमान है।
स्पूतनिक के 60 लाख डोज जल्द ही
रूस की वैक्सीन स्पूतनिक (Sputnik) के इस महीने में 60 लाख डोज मिलने की उम्मीद है। अगले महीने यानी जून में एक करोड़, फिर जुलाई में 2.5 करोड़ और अगस्त में 1.6 करोड़ डोज मिलने की उम्मीद की जा रही है। इधर, सीरम इंस्टीट्यूट की कोवीशील्ड (Coveshield) के जून में 6.5 करोड़, जुलाई में 7 करोड़, अगस्त में 10 करोड़ और सितंबर में 11.5 करोड़ डोज उपलब्ध होने के आसार हैं। भारत बायोटेक की कोवैक्सिन (Covaxin) के जून में 2.5 करोड़, जुलाई और अगस्त में 7.5-7.5 करोड़, सितंबर में 7.7 करोड़, अक्टूबर और नवंबर में 10.2-10.2 करोड़ वहीं दिसंबर में 13.5 करोड़ डोज उपलब्ध होने की उम्मीद है। 18-44 साल उम्र के सभी लोगों को दिसंबर तक वैक्सीन लगाने के टार्गेट को पूरा करने के लिए अगस्त से दिसंबर में हर रोज 90 लाख टीके लगाने होंगे। लेकिन पिछले हफ्ते का औसत देखें तो हर रोज करीब 17 लाख टीके लग रहे थे। ऐसे में मौजूदा रफ्तार के हिसाब से वैक्सीनेशन का लक्ष्य समय पर पूरा करना सरकार के लिए एक चुनौती होगी। वहीं देश में वैक्सीन की कमी के बीच गुरुवार को नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने एक उम्मीद भरी घोषणा की थी। पॉल ने बताया कि इस साल अगस्त से दिसंबर तक वैक्सीन की 216 करोड़ डोज तैयार कर ली जाएगी।