कोरोना और विदेश का हवाई सफर: नागरिक उड्डयन ने 31 जुलाई तक बढ़ाया विदेश जाने वाली फ्लाइटों पर प्रतिबंद

कोरोना संक्रमण के चलते एक बार फिर नागरिक उड्डयन महानिदेशालय यानी डीजीसीए ने भारत में शेड्यूल अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों की आवाजाही पर प्रतिबंध बढ़ा दिया। डीजीसीए के मुताबिक अब 31 जुलाई 2021 तक विदेशों की फ्लाइटें बंद रहेगी।

नई दिल्ली।
कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के चलते एक बार फिर नागरिक उड्डयन महानिदेशालय यानी (DGCA) ने भारत में शेड्यूल अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक (International Commercial) उड़ानों की आवाजाही पर प्रतिबंध बढ़ा दिया। डीजीसीए के मुताबिक अब 31 जुलाई 2021 तक विदेशों की फ्लाइटें बंद रहेगी। यह प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय ऑल-कार्गो संचालन और विशेष रूप से विमानन नियामक द्वारा अनुमोदित उड़ानों पर लागू नहीं होगा। वहीं चुनिंदा देशों के साथ हुए  एयर बबल समझौतों के तहत चलने वाली उड़ानें जारी रहेंगी। देश भर में 23 मार्च 2020 से लॉकडाउन लागू होने के बाद से अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री उड़ानें रद्द की गई थी लेकिन मई 2020 से विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानें ‘वंदे भारत मिशन’(Flying under 'Vande Bharat Mission')के तहत उड़ रही हैं।
2020 को पैसेंजर एयर सर्विसेज को किया था निलंबित 
जानकारी के मुताबिक सर्कुलर में कहा गया था कि यह प्रतिबंध अंतर्राष्‍ट्रीय कार्गो संचालन और उड़ानों पर लागू नहीं होगा। पिछले साल 25 मार्च 2020 को पैसेंजर एयर सर्विसेज को निलंबित कर दिया गया था, हालांकि 25 मई 2020 से घरेलू उड़ान सेवाओं को फिर से शुरू कर दिया गया था। हालांकि सर्कुलर में इसकी जानकारी भी दी गई थी कि कुछ जरूरी मामलों में चुनिंदा रूट पर विदेशी उड़ान सेवाओं के लिए मंजूरी दी जा सकती है। 
भारत में कोरोना संक्रमण के चलते लिया फैसला
भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर की रफ्तार भले ही मंद पड़ गई हैं, मगर स्थिति अभी भी पूरी तरह से ठीक नहीं हुई है। हर दिन कोविड 19 संक्रमण के नए मामलों में उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा हैं, हालांकि मरने वालों की संख्या में लगातार हो रही गिरावट देश के लिए राहत भरी है। मंगलवार के मुकाबले बुधवार को भारत में कोरोना के मामलों में वृद्धि हुई है। पिछले 24 घंटे में करीब 46 हजार लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। हालांकि इस दौरान करीब ढाई महीने बाद मरने वालों की संख्या घटकर 900 से भी नीचे आ गई है। बीते 24 घंटे में कोरोना के चलते 817 मरीजों ने जान गंवाई है।