टोक्यो ओलिंपिक में भारत के अच्छी खबर : टोक्यो ओलिंपिक में भारत का एक ओर पदक पक्का,  लवलिना बोरगोहेन ने जीता क्वार्टर फाइनल मुकाबला

टोक्यो ओलिंपिक में महिला मुक्केबाज लवलिना बोरगोहेन ने भारत का एक और मेडल पक्का कर दिया है। पहली बार ओलिंपिक में हिस्सा ले रहीं 23 साल की लवलिना 69 किलोग्राम वेट कैटेगरी के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में चाइनीज ताइपे की चिन निएन चेन को एकतरफा मुकाबले में हरा कर अंतिम-4 में एंट्री कर ली है।

नई दिल्ली, एजेंसी। 
टोक्यो ओलिंपिक में महिला मुक्केबाज लवलिना बोरगोहेन ने भारत का एक और मेडल पक्का कर दिया है। पहली बार ओलिंपिक में हिस्सा ले रहीं 23 साल की लवलिना 69 किलोग्राम वेट कैटेगरी के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में चाइनीज ताइपे की चिन निएन चेन को एकतरफा मुकाबले में हरा कर अंतिम-4 में एंट्री कर ली है। चेन वल्र्ड रैंकिंग में दूसरे नंबर की मुक्केबाज थीं। लवलिना ने इसके साथ ही 2018 में वल्र्ड चैंपियनशिप में चेन के हाथों मिली हार का हिसाब भी चुकता कर दिया।


इसी के साथ लवलिना ओलिंपिक में मेडल पक्का करने वाली तीसरी मुक्केबाज बन गई हैं। विजेंदर सिंह ने 2008 बीजिंग ओलिंपिक और एमसी मेरीकॉम ने 2012 लंदन ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता। लवलिना इंडिविजुअल कैटेगरी में ओलिंपिक मेडल जीतने वालीं असम की पहली एथलीट हैं। अगर लवलिना को फाइनल में जगह बनानी है तो अब वल्र्ड नंबर-1 और 2019 की वल्र्ड चैंपियन तुर्की की एना लाइसेंको की मुश्किल चुनौती से पार पाना होगा। लवलिना खुद दुनिया की नंबर-3 मुक्केबाज हैं।
पहले राउंड से ही आक्रामक रुख
लवलिना ने शुरुआत से ही चेन के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया। हालांकि, चेन ने उनका कड़ा मुकाबला किया। यह बाउट काफी नजदीकी रहा और और 5 में से 3 जज ने लवलिना के और 2 जज ने चेन के पक्ष में फैसला दिया। पहले राउंड के बाद लवलिना ने आक्रमण के साथ-साथ डिफेंस पर भी काम किया और उन्हें इसका परिणाम भी मिला। ताइपे की मुक्केबाज ने पंच जमाने की काफी कोशिश की लेकिन, लवलिना की फुर्ती के आगे वे ज्यादा सफल नहीं हो पाईं। लवलिना ने बेहतर काउंट अटैक से कई अच्छे पंच जमाए। इस राउंड में पांचों जजों ने लवलिना को 10-10 पॉइंट दिए।