Sirohi के बाद पाली पुलिस पर सवाल: सिरोही के बाद अब पाली पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल, पाली पुलिस के एसआई ने सीओ और सीआई रोहट पर लगाए गंभीर आरोप

सिरोही ​पुलिस के बाद अब पड़ौसी जिले पाली पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि पाली पुलिस की कार्यशैली पर जनता नहीं, स्वयं पाली पुलिस ही सवाल उठा रही है। पुलिस पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर ने ना केवल थानाधिकारी बल्कि डिप्टी तक पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए बजरी माफियाओं से सांठगांठ होना बताया

पाली। 
सिरोही ​पुलिस के बाद अब पड़ौसी जिले पाली पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि पाली पुलिस की कार्यशैली पर जनता नहीं, स्वयं पाली पुलिस ही सवाल उठा रही है। पुलिस पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर ने ना केवल थानाधिकारी बल्कि डिप्टी तक पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए बजरी माफियाओं से सांठगांठ होना बताया है। इसके साथ ही जब मामला बिगड़ने लगा तो खाकी के भ्रष्ट अधिकारियों ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत कर  पीड़ित उप निरीक्षक का तबादला तक करवा दिया। हालांकि पीड़ित शिकायत पर तबादले का विरोध करते हुए कोर्ट पहुंच गया और कोर्ट ने भी पुलिस अधीक्षक को शिकायत शब्द पर आपत्ति जता दी। हालांकि अब मामला तबादला या शिकायत तक ही नहीं रहा। इसमें इस मामले का राजनीतिकरण हो गया। नागौर से सांसद हनुमान बेनिवाल ने सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर एक के बाद एक पोस्ट करते हुए प्रदेश सरकार को संज्ञान लेने का आग्रह किया और निष्पक्ष जांच कराने की मांग तक कर दी।

आखिर क्या है मामला
पाली जिले के रोहट पुलिस थाने के जैतपुर पुलिस चौकी प्रभारी मनोहर लाल विश्नाई ने सीओ श्रवण दास संत और रोहट थानाधिकारी जसवंत सिंह पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। एसआई का आरोप है कि अवैध बजरी माफियाओं से मिलकर सीओ और सीआई उसे परेशान कर रहे है। बजरी माफियाओं पर कार्रवाई करने पर उसके खिलाफ झूठा परिवाद दिलाकर लाइन रवाना कर दिया गया। अब परिवाद में फंसाने की धमकी दी जा रही है। 
एसआई ने वीडियो जारी कर लिए धमकाने वालों के नाम
पाली जिले के रोहट थाना पुलिस के एसआई मनोहर लाल विश्नोई ने एक वीडियो में बजरी माफियाओं के साथ उसे धमकाने वाले अधिकारियों के ​खुलकर नाम लिए। वीडियो के मुताबिक सीओ श्रवण दास संत, सीआई जसवंत सिंह के अलावा उनके मिलने वाले सवाई​ सिंह राजपुरोहित, खान और  बजरी माफिया गोविंद भाट ने उन्हें धमकी दी।

सीओ और सीआई की बंधी, तेरी बोल...
एसआई मनोहर लाल विश्नोई ने बताय कि 5 जुलाई को उसकी पोस्टिंग जैतपुरा पुलिस चौकी में की गई। इसके कुछ दिनों बाद बजरी माफिया गोविंद भाट चौकी आया और बोला सीओ और सीआई को 1.25 लाख रुपए बतौर रिश्वत बजरी के डंबर चलाने के लिए देता हूं, अब इस इलाके में मेरे डंपर चलाने के लिए अपनी बंधी बोलो। विश्नोई ने रिश्वत लेने से इंकार कर दिया और कुछ दिनों में सारे अवैध बजरी डंबर सीज कर दिए।

सांसद हनुमान बेनिवाल ने उठाया मामला
नागौर से सांसद हनुमान बेनिवाल ने सोशल मीडिया पर पाली पुलिस के इस प्रकरण को उठाते हुए राजस्थान सरकार से अपील की है कि इस मामले में संज्ञान लेते हुए निष्पक्ष रूप से जांच की जाएं। बेनिवाल ने लिखा कि राजस्थान के पाली जिले में जैतपुर चौकी में कार्यरत रहे जिस SI ने मीडिया के समक्ष जिस सम्बंधित Dy.SP पर आरोप लगा रहे है,उससे सिस्टम में बैठे लोगों की माफियाओं से मिलीभगत उजागर हो रही है। Dy.SP श्रवण दास संत जब नागौर के कौतवाली थाने के इंचार्ज थे,तब उस थाने के मालखाने में ही पुलिस द्वारा जब्त डोडा पोस्त चोरी हो गया था। उसका आज तक पता नहीं लग पाया। साथ ही नागौर सहित संत जहां भी पदस्थापित रहे उनकी छवि दागदार रही। और भ्रष्टाचार में लिप्त ऐसे अधिकारी जो अपने जूनियर अफसरों पर माफियाओं से सांठगांठ करने का दबाव बना रहे है ऐसे आचरण वाले व्यक्ति को फील्ड में महत्पूर्ण जगह CO लगा रखा है। सरकार व पुलिस के DGP को तत्काल संज्ञान लेकर सीओ श्रवणदास संत को तत्काल निलंबित करके वीडियो में पीड़ा जाहिर कर रहे थाना अधिकारी का संरक्षण देने व सही जांच करवाने की जरूरत है।