भारत: नशे के विरुद्ध योगी का युद्ध, 23 दिन में 12 अपराधियों की हुई गिरफ्तारी
वहीं गौ तस्करों के खिलाफ शिकंजा कसते हुए कुल 2733 मुकदमें पंजीकृत करते हुए 348 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। जिनमें से 16 के खिलाफ एनएसए, 312 के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और 157 के खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत कार्यवाही की गई है। यही नहीं गौ तस्कर माफियाओं की 103 प्रकरणों में 30 करोड़ 13 लाख 24 हजार से ज्यादा की अवैध कृत्यों से अर्जित संपत्ति भी कुर्क की गई है।
वहीं गौ तस्करों के खिलाफ शिकंजा कसते हुए कुल 2733 मुकदमें पंजीकृत करते हुए 348 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। जिनमें से 16 के खिलाफ एनएसए, 312 के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और 157 के खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत कार्यवाही की गई है। यही नहीं गौ तस्कर माफियाओं की 103 प्रकरणों में 30 करोड़ 13 लाख 24 हजार से ज्यादा की अवैध कृत्यों से अर्जित संपत्ति भी कुर्क की गई है।
पुलिस की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार सात माह में प्रदेश भर में मादक पदार्थों के अवैध व्यापार के 6006 मुकदमें दर्ज किए गए हैं, जिनमें 6692 अभियुक्त गिरफ्तार हुए हैं। इस कार्यवाही में 42898 किलोग्राम गांजा 610 किलोग्राम चरस, 144 किलोग्राम अफीम, 13 किलोग्राम हेरोईन, 79 किलोग्राम स्मैक, 13 किलोग्राम मारफीन, 200 ग्राम कोकीन, 3333 किलोग्राम डोड़ा तथा 14 किलोग्राम सिन्थेटिक नारकोटिक्स साइकोट्रोपिक ड्रग्स बरामद की गई।
अवैध शराब के परिवहन, निर्माण, बिक्री पर प्रदेश पुलिस द्वारा कार्यवाही करते हुए पिछले 7 महीनों में कुल 50615 मुकदमें दर्ज किए गए हैं। साथ ही 50094 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। इनसे कुल 3 लाख 32 हजार 881 लीटर अंग्रेजी शराब, 11 लाख 48 हजार 928 लीटर देशी शराब बरामद करते हुए 23 लाख 51 हजार 154 किलोग्राम लहन तथा 3781 अवैध शराब भट्ठियों को नष्ट किया गया है।
यही नहीं इस अवधि में प्रदेश भर में चिन्हित माफियाओं के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए शराब / मादक पदार्थ माफियाओं पर 4917 मुकदमें रजिस्टर कर 617 अभियुक्तगण गिरफ्तार किए गए हैं, जिनमें से 10 अभियुक्तों पर एनएसए, 473 पर गैंगेस्टर एक्ट, 254 पर गुण्डा एक्ट की कार्यवाही करते हुए 305 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट भी खोली गई है। ऐसे 226 प्रकरणों में इन माफियाओं की अवैध कृत्यों से अर्जित 03 अरब 41 करोड़ 86 लाख 45 लाख 362 रुपए की सम्पत्ति कुर्क की गई है।
जाहिर है कि मंगलवार को ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में अवैध शराब और ड्रग माफियाओं के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की समीक्षा की थी। इस दौरान उन्होंने इसे क्रिमिनल ऑफेंस नहीं बल्कि राष्ट्रीय अपराध की तरह देखे जाने की बात कही थी। इसके साथ ही उनकी अवैध संपत्ति के जब्तीकरण और अपराधियों के पोस्टर सार्वजनिक स्थानों पर लगाने के भी निर्देश दिए थे।
--आईएएनएस
विकेटी/आरएचए