खेल: अल्टीमेट खो खो: ओडिशा जगरनॉट्स ने चेन्नई क्विक गन्स को 10 अंक से हराया
जाधव ने पांच खिलाड़ियों को आउट किया, जिसमें चार पोल डाइव और एक स्काई डाइव शामिल है। उनके अलावा कप्तान मिलिंद चावरेकर ने 9, सूरज लांडे ने 8 अंक बनाए। सांत्रा ने दूसरी पारी के पहले टर्न में तीन मिनट चार सेकेंड मैट पर रहते हुए टीम को चार बहुमूल्य बोनस दिलाए थे। चेन्नई की ओर से पी. नरसाया और मनोज पाटिल ने तीन-तीन खिलाड़ियों को आउट करते हुए 8-8 अंक बटोरे।
जाधव ने पांच खिलाड़ियों को आउट किया, जिसमें चार पोल डाइव और एक स्काई डाइव शामिल है। उनके अलावा कप्तान मिलिंद चावरेकर ने 9, सूरज लांडे ने 8 अंक बनाए। सांत्रा ने दूसरी पारी के पहले टर्न में तीन मिनट चार सेकेंड मैट पर रहते हुए टीम को चार बहुमूल्य बोनस दिलाए थे। चेन्नई की ओर से पी. नरसाया और मनोज पाटिल ने तीन-तीन खिलाड़ियों को आउट करते हुए 8-8 अंक बटोरे।
ओडिशा की टीम ने टास जीतकर डिफेंड करते हुए चेन्नई को पहली पारी के पहले टर्न में सिर्फ 19 अंक लेने दिया। इस दौरान ओडिशा ने चार बोनस अंक भी हासिल किए। उसके लिए गौतम एमके (2 मिनट 33 सेकेंड) के अलावा दिपेश मोरे और जगन्नाथ मुरमू (2 मिनट 29 सेकेंड) ने बोनस लिया।
जवाब में ओडिशा ने चेन्नई के पहले बैच को दो मिनट 10 सेकेंड में चलता कर स्कोर 13-19 कर लिया। इसमें तीन में से दो शिकार निलेश जाधव के नाम रहे। इसके बाद सबसे सफल वजीरों में से एक सुभाशीष सांत्रा ने मदन को लपका और फिर कप्तान मिलिंद चारवेकर ने दूसरे बैच के अंतिम खिलाड़ी रामजी कश्यप (2 मिनट 23 सेकेंड) को चलता कर ओडिशा को 20-19 की लीड दिला दी। तीसरा बैच 1 मिनट 49 सेकेंड मैट पर रहा। चौथा बैच नाबाद लौटा। इस तरह पहले हाफ की समाप्ति तक स्कोर 28-19 से ओडिशा के पक्ष में रहा।
दूसरी पारी के पहले टर्न में महेशा पी. और आदित्य कुंडाले जल्द आउट हो गए लेकिन सांत्रा टीम को बोनस के तौर पर चार अंक दिलाने में सफल रहे। वह तीन मिनट चार सेकेंड मैट पर रहे। इसके बाद चेन्नई ने पावरप्ले (दो वजीर मैट पर थे) का सहारा लिया। ओडिशा का दूसरा बैच 1 मिनट 42 सेकेंड मैट पर रहा। अब चेन्नई को 34-32 की लीड मिल चुकी थी। इस टर्न की समाप्ति तक चेन्नई को 37-32 की लीड मिली हुई थी।
ओडिशा को पांच मैचों में चौथी जीत के लिए छह अंकों की दरकार थी। आदित्य कुंडाले ने पोल डाइव पर वी. काबिलान को आउट कर इसकी शुरूआत की और फिर निलेश ने मनोज पाटिल को पोल डाइव पर लपक कर ओडिशा को आगे कर दिया। हालांकि पी. नरसाया ने बैच बोनस के साथ चेन्नई की वापसी कराई लेकिन फिर ओडिशा ने 41-39 की लीड ले ली।
सूरज लांडे ने दूसरे बैच में शामिल बुच्चानागरी राजू को और निलेश ने महेश शिंदे को स्काई डाइव पर लपक ओडिशा की जीत लगभग पक्की कर दी। ओडिशा 49-39 से आगे हो चुका था। यहां से चेन्नई के वापसी के सारे रास्ते बंद हो चुके थे और अंतत: वह छह मैचों में तीसरी हार को मजबूर हुआ।
गुरुवार को पहले मैच में ओडिशा जगरनॉट्स का सामना राजस्थान वॉरियर्स से होगा। इसी तरह दिन के दूसरे मैच में गुजरात जायंट्स की भिड़ंत तेलुगू योद्धाज से होगी।
भारत की पहली फ्रेंचाइजी-आधारित खो-खो लीग का फाइनल 4 सितंबर को होगा।
--आईएएनएस
आरआर