अंधविश्वास हुआ हावी: बुआ ने घर में सो रही मासूम भतीजी की धड़ से अलग कर दी गर्दन

प्रदेश के डूंगरपुर जिले के चीतरी थानांतर्गत झिंझवा फला गांव में लोगों पर अंधविश्वास इतना हावी हो गया कि, एक मासूम बच्ची की गर्दन धड़ से अलग कर दी गई। इस घटना के बारे में जिसने भी सूना उसकी रूह कांप उठी। 

डूंगरपुर । राजस्थान में आस्था के नाम पर रूह कंपाने वाला मामला सामने आया है। प्रदेश के डूंगरपुर जिले के चीतरी थानांतर्गत झिंझवा फला गांव में लोगों पर अंधविश्वास इतना हावी हो गया कि, एक मासूम बच्ची की गर्दन धड़ से अलग कर दी गई। इस घटना के बारे में जिसने भी सूना उसकी रूह कांप उठी। 

‘मैं सबको मार डालूंगी’ कहते हुए किशोरी ने मचाया तांडव
दरअसल, झिंझवा फला गांव में शंकर डेण्डोर के घर हरियाली अमावस्या के दिन से दशामाता की प्रतिमा स्थापना कर रोजाना सुबह शाम पूजा अर्चना चल रही थी। इस दौरान रविवार रात माताजी का भाव आना बताते हुए शंकर डेण्डोर की 15 वर्षीय पुत्री ने हाथों में नंगी तलवार लेकर पूरे घर में तांडव मचा दिया। वह लोगो से कहने लगी कि मैं सबको मार डालूंगी। ऐसे उसके पिता शंकर एवं बड़े भाई सुरेश ने किशोरी को पकडऩे की कोशिश की तो उसने दोनों पर तलवार से वार कर दिया। जिसके बाद घर में भगदड़ मच गई और परिवार के लोग घर से बाहर दौड़ पड़े।

ये भी पढ़ें:- ‘मंकीपॉक्स’ की दहशत: राजस्थान में सामने आया ‘मंकीपॉक्स’ का पहला संदिग्ध केस

घर में अकेली सोती रह गई मासूम बच्ची 
परिवारजन तो भयभीत होकर घर से बाहर भाग निकले, लेकिन इस दौरान घर पर सुरेश की 9 साल की मासूम बेटी वर्षा घर में अकेली सोती रह गई। ऐसे में किशोरी ने बच्ची पर हमला बोल दिया और उसकी गर्दन काट डाली। इसके बाद भी उसका जुनून नहीं थमा और वह बच्ची की डेड बॉडी पर लगातार वार करती रही। इस घटना की सूचना पर मौके पर पुलिस पहुंची और स्थिति को संभालने का प्रयास किया। पुलिस अब मामले की जानकारी जुटाने में लगी है।

ये भी पढ़ें:- Jabalpur Hospital Fire: मध्य प्रदेश: जबलपुर के अस्पताल में भीषण अग्निकांड, 8 मरीजों की मौत, कई झुलसे