मध्य प्रदेश, मुख्यमंत्री चौहान ने कहा: आतंकियों से मुकाबले में शहादत देने वाले गिरिजेश के नाम होगा सरकारी संस्थान

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि मंडला जिले के शहीद सैनिक गिरिजेश कुमार उद्दे ने मध्यप्रदेश का मस्तक ऊंचा किया है। उनके बलिदान पर हमें गर्व है। स्व. गिरिजेश कुमार की स्मृति में एक शासकीय संस्थान का नामकरण किया जाएगा।

shivraj singh chouhan, madhya pradesh

भोपाल/मंडला | मध्य प्रदेश के मंडला जिले के निवासी गिरिजेश कुमार उद्दे भारत- बांग्लादेश सीमा पर आतंकवादियों से मुकाबला करते हुए शहीद हो गए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गिरिजेश को श्रद्धांजलि देते हुए उनके परिजनों को एक करोड़ की सम्मान निधि दिए जाने के साथ एक सरकारी संस्थान का नामकरण गिरिजेश के नाम किए जाने का ऐलान किया है।

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मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि मंडला जिले के शहीद सैनिक गिरिजेश कुमार उद्दे ने मध्यप्रदेश का मस्तक ऊंचा किया है। उनके बलिदान पर हमें गर्व है। स्व. गिरिजेश कुमार की स्मृति में एक शासकीय संस्थान का नामकरण किया जाएगा।

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मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मां भारती की सीमाओं की सुरक्षा करते हुए मंडला जिले के गांव चारगांव माल निवासी बीएसएफ के जवान गिरिजेश त्रिपुरा में भारत-बांग्लादेश की सीमा पार कर आए आतंकवादियों से लड़ते हुए देश के लिए शहीद हो गए।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि शहीद गिरिजेश के परिवार में उनकी धर्मपत्नी, बेटी चंद्रिका, दो बेटे विपिन और तनु हैं। बच्चे अध्ययनरत हैं। मुख्यमंत्री के नाते मैं, राज्य सरकार और पूरा प्रदेश, शहीद परिवार के साथ है। परिवार को कोई परेशानी न हो, इसकी चिंता हम करेंगे। शहीद का परिवार अपने आपको अकेला न समझे। शहीद के परिवार को एक करोड़ रूपए की सम्मान-निधि प्रदान की जाएगी।

शहीद स्व. गिरिजेश की प्रतिमा उनके परिजन से विचार कर उचित स्थान पर स्थापित की जाएगी। एक सरकारी संस्थान का नामकरण भी शहीद स्व. गिरिजेश कुमार उद्दे के नाम पर किया जाएगा।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हमें गर्व है कि मंडला जिले में ऐसे वीर सपूत ने जन्म लिया, जिसने मध्यप्रदेश का मस्तक गर्व से ऊंचा कर दिया। ऐसे शहीद के चरणों में श्रद्धा-सुमन अर्पित है।