BJP ने कंगना के बयान पर किया किनारा: BJP MP Kangana राणावत का किसानों को लेकर दिए बयान पर मचा बवाल, भाजपा ने कंगना के बयान पर जताई असहमति
भाजपा की मंडी सांसद और एक्ट्रेस कंगना राणावत का किसान आंदोलन के बयान के बाद राजनीति में बवाल मच गया। एक ओर विपक्ष की ओर से भाजपा को किसान विरोधी बताया जा रहा है तो दूसरी ओर भाजपा ने भी अपनी ही सांसद के बयान से किनारा कर लिया। कंगना को पार्टी के नीतिगत मुद्दों पर बोलने की इजाजत नहीं है।
जयपुर, 26 अगस्त 2024। भाजपा की मंडी सांसद और एक्ट्रेस कंगना राणावत का किसान आंदोलन के बयान के बाद राजनीति में बवाल मच गया। एक ओर विपक्ष की ओर से भाजपा को किसान विरोधी बताया जा रहा है तो दूसरी ओर भाजपा ने भी अपनी ही सांसद के बयान से किनारा कर लिया।
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सोमवार को भाजपा की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति को रिलीज किया। इसमें भाजपा ने लिखा है कि पार्टी कंगना के बयान से असहमत है। कंगना को पार्टी के नीतिगत मुद्दों पर बोलने की इजाजत नहीं है। कंगना पार्टी की ओर से बयान देने के लिए अधिकृत भी नहीं है।
इतना ही नहीं भाजपा ने अपने विज्ञप्ति में कंगना को भी हिदायत दी कि वे इस मुद्दे पर आगे कोई बयान ना दें। पार्टी सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के सिद्धांत पर काम करती है।
इसके विपरीत विपक्ष की ओर से सांसद कंगना के बयान को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जमकर वायरल किया जा रहा है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय पदाधिकारी रणदीप सिंह सुरजेवाला से सोशल मीडिया पर लिखा कि आखिर भाजपा वालों को देश के अन्नदाता से इतनी नफरत क्यों है ?
भाजपा ने तो हमेशा हमारे अन्नदाताओं पर झूठ,फरेब, साजिश और अत्याचार किया है और एक बार फिर हमारे अन्नदाताओं पर बीजेपी की सांसद ने अनर्गल आरोप लगाया है।
ऐसे में सवाल ये है कि..
क्या कंगना ने बीजेपी की चुनावी रणनीति के हिसाब से किसान पर ये घटिया आरोप लगाया है ?
क्या कंगना के सिर्फ शब्द थे या फिर कॉपी किसी और ने लिखी है ?
अगर नहीं तो फिर देश के प्रधानमंत्री, हरियाणा के मुख्यमंत्री और तमाम बीजेपी सांसद-विधायक इस मसले पर खामोश क्यों हैं ?
वहीं दूसरी ओर शिवसेना की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भाजपा की प्रेस विज्ञप्ति पर भी सवाल उठाए कि उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल हो रही विज्ञप्ति भाजपा के लेटरपेड पर क्यों नहीं है। इस पर किसी के हस्ताक्षर भी नहीं है।
गौरतलब है कि भाजपा सांसद कंगना राणावत ने कहा था कि देश में सरकार मजबूत न होती तो आज पंजाब बांग्लादेश बन जाता। एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कंगना राणावत ने कहा था कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे। वहां महिलाओं के साथ रेप और हत्याएं जैसी घटनाएं हुई। अगर भाजपा का शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं रहता तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया जाता।