बदमाशों के साथ पुलिस भी हुई शातिर: चंदन तस्कर 25 हजार का ईनामी बदमाश बेच रहा था आइसक्रीम, पुलिस ने 9 साल बाद किया गिरफ्तार

गिरफ्तार आरोपी कालूराम जाट पुलिस से बचने के लिए अपने पास मोबाइल रखना भी छोड़ दिया। इसके साथ ही अपने गांव, परिजनों एवं रिश्तेदारों से किनारा कर यूपी, एमपी और महाराष्ट्र में आइसक्रीम की लोरी चलाकर फरारी काट रहा था।

जयपुर 5 दिसंबर। राजस्थान पुलिस भी अब बदमाशों की तरह शातिर हो गई, यहां शातिर इस लिए क्योंकि बदमाश शातिर बनकर पुलिस की चुंगल से बच रहे है तो पुलिस भी शातिर बनकर बदमाशों को सलाखों के पीछे पहुंचा रही है। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने 9 साल से फरार चल रहे 25 हजार के ईनामी बदमाश चंदन तस्कर को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस से बचने के लिए ईनामी बदमाश आइसक्रीम बेच रहा था। एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि  वांछित अपराधियों एवं आपराधिक गिरोह पर निगरानी के लिए उप महानिरीक्षक पुलिस  योगेश यादव एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ शर्मा के सुपरविजन में गठित एजीटीएफ की विभिन्न टीमों को आसूचना संकलन के लिए प्रदेश के विभिन्न शहरों में रवाना किया गया है।
     
पुलिस निरीक्षक राम सिंह नाथावत के नेतृत्व में उप निरीक्षक प्रताप सिंह एवं कांस्टेबल विजय सिंह व गोपाल लाल की एक टीम पश्चिम राजस्थान में आसूचनाओं का संकलन कर जानकारी जुटा रही थी।

इसी दौरान चंदन के पेड़ों की चोरी कर तस्करी के मामले में राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के कोतवाली पुलिस थाने के वांछित 25 हजार रुपये का इनामी व उदयपुर जिले के भूपालपुरा थाने का स्थाई वारंटी कालूराम जाट 9 साल से फरार चल रहा था। ऐसे में बांसवाड़ा जिले में तीन एवं उदयपुर जिले में चंदन के पेड़ों की चोरी का एक मुकदमा दर्ज है। 
     
पुलिस टीम ने आरोपी कालूराम के बारे में जानकारी जुटाई और गतिविधियों पर नजर रखना शुरू किया। टीम के सदस्य कांस्टेबल विजय सिंह एवं गोपाल धाबाई एवं डीएसटी भीलवाड़ा के कांस्टेबल राघवेंद्र सिंह को कालूराम के बारे में सूचना प्राप्त हुई।

इसके बाद भीलवाड़ा जिले में कोतवाली थाना अंतर्गत तेजसिंह सर्कल से आरोपी को डिटेन किया गया।  
गिरफ्तार आरोपी कालूराम जाट पुलिस से बचने के लिए अपने पास मोबाइल रखना भी छोड़ दिया।

इसके साथ ही अपने गांव, परिजनों एवं रिश्तेदारों से किनारा कर यूपी, एमपी और महाराष्ट्र में आइसक्रीम की लोरी चलाकर फरारी काट रहा था। परिजनों से मिलने के लिए कभी-कभी रात के अंधेरे में आता और सुबह होने से पहले वापस निकल जाता।