सफारी में अपनी जिद के लिए कुछ भी करेगा: सफारी चालक ने पहाड़ पर बैठे लेपर्ड को पत्थर मारा, सफारी संचालकों में फैला आक्रोश
छोटी दूदनी के समीप जगतला पहाड़ी पर एक लेपर्ड बैठा हुआ था। उसी समय ड्राइवर भवानी सिंह सफारी करवाने के लिए वहां पहुंचा। उसे सूचना मिली कि दूसरी सफारी भी यहां आ रही है। इसकी जानकारी मिलते ही दूसरे सफारी संचालकों ने आक्रोश जताया। सफारी संचालकों ने बताया कि उक्त ड्राइवर आदतन शरारती प्रवृति का है।
पाली। जवाई लेपर्ड क्षेत्र में शनिवार को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत प्रतिबंध के बावजूद एक सफारी ड्राइवर ने शनिवार को अन्य सफारी संचालकों व सैलानियों को पहाड़ पर बैठा लेपर्ड नहीं दिखे, इसलिए उसे पत्थर मार दिया। इसके बाद लेपर्ड पहाड़ी से उठकर गुफा में चला गया। अन्य सफारी संचालकों ने इस पर आक्रोश जताया। आरोपित ड्राइवर भवानी सिंह के विरुद्ध अन्य सफारी संचालकों ने उप वन संरक्षक को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई करने की रिपोर्ट दी है। सफारी संचालकों ने बताया कि यह ड्राइवर आदतन शरारती प्रवृति का है एवं अक्सर बघेरों को परेशान करता रहता है। जिससे बघेरों के जीवन पर खतरा मंडरा रहा है।
सफारी संचालकों ने ज्ञापन में बताया कि वे जवाई लेपर्ड कंजर्वेशन क्षेत्र में सफारी करवाते है। यहां एक शरारती प्रवृत्ति का सफारी ड्राईवर भवानी सिंह निवासी जीवदा सफारी गाडी चलाता है। वह आए दिन तेंदुओं के पीछे जिप्सी दौड़ाकर, जिप्सी से उनका रास्ता ब्लॉक कर व पत्थर मारकर उन्हें परेशान करता रहता है। कई बार लेपर्ड ने परेशान होकर इस ड्राईवर पर चार्ज भी किया हुआ है। शनिवार सवेरे करीब 6:30 बजे जगतला पोईण्ट पर एक लेपर्ड बैठा हुआ था, तब ड्राईवर भवानी सिंह ने उस पर पत्थर मारे, जिससे वह डर कर गुफा में भाग गया। यह हरकत भवानी सिंह ने अन्य सफारी चालकों की मौजूदगी में की, जिसकी वीडियो रिकोर्डिंग भी है। चालक ने ऐसी हरकत इसलिये की ताकि लेपर्ड दिखाने के लिए दूसरे पर्यटकों को लेकर आ रही गाडियों के पर्यटकों को लेपर्ड न दिखे। यह ड्राईवर अक्सर ऐसी हरकतें करता रहता है जिससे हमारे वन्यजीवों में डर पनप गया है। इससे अन्य सभी सफारी संचालक भी परेशान है एवं वन्यजीव भी डरे सहमे हुए है। उसे समझाने पर भी वह नहीं समझ रहा है और कहता है कि वह तो इन जानवरों के साथ बहुत कुछ कर सकता हैं। यह ड्राईवर वन्यजीवों के लिये खतरा है एवं कभी भी उन्हें नुकसान पहुंचा सकता है। इस कारण उसके खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई कर इसे जवाई क्षेत्र में सफारी करवाने से बैन करवाएं।