जालोर विधानसभा चुनाव: जालोर कांग्रेस में फूट से रमिला की बढ़ी मुश्किलें, जोगेश्वर गर्ग से है टक्कर

जालोर विधानसभा सीट पर कांग्रेस की आपसी फूट सामने आ रही है, पार्टी दो धड़ों में बंट चुकी है। पार्टी में एक धड़ा कांग्रेस की प्रत्याशी रमिला मेघवाल के साथ है तो दूसरा धड़ा कांग्रेस प्रत्याशी का खुलकर विरोध कर रहा है।

जालोर कांग्रेस में फूट से रमिला की बढ़ी मुश्किलें

जालोर। जालोर विधानसभा सीट पर कांग्रेस की आपसी फूट सामने आ रही है, पार्टी दो धड़ों में बंट चुकी है। पार्टी में एक धड़ा कांग्रेस की प्रत्याशी रमिला मेघवाल के साथ है तो दूसरा धड़ा कांग्रेस प्रत्याशी का खुलकर विरोध कर रहा है।

पार्टी सूत्रों की माने तो पार्टी में कुछ लोग पुखराज पाराशर के कहने में चल रहे हैं, कुछ लोग उनके विरुद्ध चल रहे हैं और पार्टी प्रत्याशी को हराने की साजिश में लगे हैं।

ज्ञात हो कि कांग्रेस की उम्मीदवार प्रत्याशी रमिला मेघवाल के विरुद्ध सायला क्षेत्र में कांग्रेस के ही पूर्व विधायक रामलाल मेघवाल, पूर्व सभापति इंदु मेघवाल, पूर्व जिला प्रमुख मंजू मेघवाल सहित पार्टी के कुछ लोगों ने एक सभा भी की है, जिसमें खुलकर रमिला के टिकट का विरोध हुआ।

इस सभा में पुखराज पाराशर के खिलाफ भी जमकर कहा गया और पराशर पर जालोर की राजनीति को खराब करने का आरोप भी लगा।

सुनने में आ रहा है कि विरोध में यहां तक कहा गया कि दलाली खत्म होने के डर से जालोर में स्थानीय उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया।

सभी ने खुलकर पार्टी को टिकट पर पुनर्विचार के लिए पार्टी कहा है और चेतावनी भी दी है कि उम्मीदवार नहीं बदला तो निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला भी किया जाएगा। 

कांग्रेस पार्टी में कुछ लोग पुखराज पाराशर के कहने में चल रहे है और उनकी आज्ञा भी मान रहे है। पार्टी में पुखराज पाराशर में के जो साथ है वे तो रमिला के प्रसार में भी लग चुके हैं।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष भंवरलाल मेघवाल, नगर अध्यक्ष जुल्फीकार अली भुट्टों, महिला जिलाध्यक्ष शोभा सुंदेशा सहित कार्यकर्ता रमिला मेघवाल के साथ अब जन संपर्क भी कर रहे हैं।

कांग्रेस जालोर से रमिला मेघवाल को टिकट देने के बाद कांग्रेस एक बार फिर दो धड़ों में बंट गई है और भीतरघात की संभावना भी ज्यादा प्रबल हो गई है।