नारणावास से जागनाथ महादेव मंदिर मार्ग: नारणावास जागनाथ महादेव सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त , खतरे में सफर, पुखराज पराशर को सौंपा ज्ञापन
नारणावास से जागनाथ महादेव मंदिर तक 4 किलोमीटर क्षतिग्रस्त सड़क का नवीनीकरण करवाने के लिए नारणावास पंचायत से सरपंच जशोदा कंवर द्वारा लिखा मांग पत्र जागनाथ महादेव मठ के महंत महेंद्र भारती व नारणावास के रूप सिंह राठौड़ ने सड़क नवीनीकरण करवाने के लिए राज्य मंत्री पुखराज पराशर को को सौंपा।
जालोर।
नारणावास से जागनाथ महादेव मंदिर जाने वाला चार किलोमीटर सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त हो चुका हैं। इस मार्ग पर श्रद्धालुओं का सफर खतरे में हैं।
नारणावास से जागनाथ महादेव मंदिर तक 4 किलोमीटर क्षतिग्रस्त सड़क का नवीनीकरण करवाने के लिए नारणावास पंचायत से सरपंच जशोदा कंवर द्वारा लिखा मांग पत्र जागनाथ महादेव मठ के महंत महेंद्र भारती व नारणावास के रूप सिंह राठौड़ ने सड़क नवीनीकरण करवाने के लिए जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के अध्यक्ष एवं राज्य मंत्री पुखराज पराशर को सौंपा।
उन्होंने ज्ञापन में नारणावास से ऐतिहासिक धार्मिक स्थल जागनाथ महादेव मन्दिर तक 4 किलोमीटर सड़क का भी नवीनीकरण करवाने की मांग की जिस पर पुखराज पराशर ने जल्द समस्या समाधान करवाने का भरोसा दिलाया।
इस अवसर पर महंत महेंद्र भारती व नारणावास के रूप सिंह राठौड़ ने पुखराज पराशर का फूलमालाओं से अभिनंदन भी किया।
नारणावास सरपंच जशोदा कंवर द्वारा भेजे गए ज्ञापन में बताया कि बागरा से जागनाथ महादेव मंदिर तक 11 वर्ष पहले 13 किलोमीटर सड़क 10 फ़ीट चौड़ाई वाली सड़क स्वीकृत होकर बनी थी।
लेकिन वर्तमान में बागरा से नारणावास तक डीएमएफटी से 9 किलोमीटर 18 फीट चौड़ाई के साथ नया सड़क मार्ग बन रहा हैं।
यह नारणावास से जागनाथ महादेव मंदिर तक न बना कर धवला लेटा की ओर बनाया जा रहा हैं। ऐसे में नारणावास से जागनाथ महादेव तक 4 किलोमीटर मार्ग बनने से वंचित रह रहा हैं।
इससे जालोर, सिरोही व पाली जिले से जागनाथ मन्दिर आने वाले श्रद्धालुओं का सफर खतरे में हैं। मार्ग जर्जर एवं चौड़ाई 10 फ़ीट से कम होने के साथ घुमावदार गोलाइयां ज्यादा है। इससे हादसे हो रहे हैं।
इस समस्या को लेकर जागनाथ महादेव मठ के महंत महेंद्र भारती व नारणावास के रूप सिंह राठौड़ ने जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के अध्यक्ष एवं राज्य मंत्री पुखराज पराशर से शेष रह रही 4 किलोमीटर नारणावास से जागनाथ महादेव मंदिर तक 18 फीट चौड़ाई के साथ बनाने के लिए डीएमएफटी में अतिरिक्त स्वीकृति निकलवा कर नवीनीकरण करवाने की मांग की हैं।
ऐतिहासिक हैं धार्मिक स्थल जागनाथ महादेव मंदिर
नारणावास सरपंच जशोदा कंवर ने बताया कि नारणावास के ऐसराणा पर्वत पर स्थित जागनाथ महादेव मंदिर ऐतिहासिक हैं। यहां प्रतिरोज सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं।
शिवरात्रि के अलावा दो वार्षिक मेलों के दौरान एवं प्रति सोमवार को जालोर , सिरोही ,पाली एवं गुजरात के हजारों श्रद्धालु जागनाथ महादेव के दर्शनों को आते हैं।
इस लिए ये सड़क महत्वपूर्ण हैं। वर्तमान में जर्जर सड़क से श्रद्धालु परेशान हैं एवं उनका सफर भी खतरे में हैं।