राजस्थान की थोक मूल्य सूचकांक में वृद्धि: राजस्थान में मार्च 2022 में राज्य का सभी वस्तुओं का थोक मूल्य सूचकांक में वृद्धि, 380.58 पर पहुंचा सूचकांक

राजस्थान में मार्च 2022 को सभी वस्तुओं का थोक मूल्य सूचकांक 380.58 (प्रावधानिक) रहा। राज्य के मासिक सामान्य थोक मूल्य पर आधारित मुद्रा स्फीति की वार्षिक वृद्धि दर (मार्च, 2021 की तुलना में मार्च, 2022 में) 9.10 प्रतिशत रही हैं।

जयपुर।
राजस्थान में मार्च 2022 को सभी वस्तुओं का थोक मूल्य सूचकांक 380.58 (प्रावधानिक) रहा। राज्य के मासिक सामान्य थोक मूल्य पर आधारित मुद्रा स्फीति की वार्षिक वृद्धि दर (मार्च, 2021 की तुलना में मार्च, 2022 में) 9.10 प्रतिशत रही हैं।
इसी तरह प्राथमिक वस्तु समूह सूचकांक 407.52 एवं ईधन, शक्ति, प्रकाश, एवं उपस्नेहक समूह सूचकांक 571.06 तथा विनिर्मित उत्पाद समूह सूचकांक 300.16 रहा है। 
आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के निदेशक एवं संयुक्त  सचिव डॉ. ओमप्रकाश बैरवा ने बताया कि मार्च, 2022 में प्राथमिक वस्तु समूह का सूचकांक गत माह की तुलना में 1.35 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 407.52 रहा है।
प्राथमिक वस्तु समूह के सूचकांक में वृद्धि का मुख्य कारण इसके अंतर्गत कृषि उप समूह सूचकांक में 1.48 प्रतिशत एवं खनिज उप समूह सूचकांक में 0.30 प्रतिशत की वृद्धि का दर्ज होना रहा है।
कृषि मद समूह के खाद्य पदार्थ उप समूह सूचकांक में 3.10 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जबकी अखाद्य पदार्थ उप समूह सूचकांक में 0.78 प्रतिशत का कमी रही।
बैरवा ने बताया कि आलोच्य माह में प्राथमिक वस्तु समूह के खाद्य/अखाद्य पदार्थ उप समूह के अंतर्गत अनाजों में (4.19 प्रतिशत), दालों में (3.17 प्रतिशत), फलों में (25.92 प्रतिशत), दूध (1.28 प्रतिशत), मसालों (8.18 प्रतिशत), रेशा (0.54 प्रतिशत) एवं अन्य अखाद्य पदार्थों (0.96 प्रतिशत) की कीमतों में वृद्धि दर्ज की गई।
वहीं, सब्जियों में (16.84 प्रतिशत), अंडा, मांस व मछली (0.14 प्रतिशत) एवं तिलहन (1.36 प्रतिशत) की कीमतों में कमी दर्ज की गई। 
उन्होंने बताया कि खनिज उप समूह के अंतर्गत आलोच्य माह में 0.30 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई जिसमें मुख्यतः चांदी में (5.30 प्रतिशत), स्टेटाइट (सोपस्टोन) (0.09 प्रतिशत) एवं ईमारती पत्थर (0.58 प्रतिशत) की कीमतों में वृद्धि दर्ज की गई। 
जबकि, जिप्सम में (0.35 प्रतिशत),चूना पत्थर (0.63 प्रतिशत) तथा ईटों (0.14 प्रतिशत) की कीमतों में कमी पाई गई हैं। प्राथमिक वस्तु समूह सूचकांक में वार्षिक आधार पर मुद्रा स्फीति की दर में मार्च, 2021 की तुलना से 16.16 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। 
बैरवा ने बताया कि  ईंधन, शक्ति, प्रकाश एवं उपस्नेहक समूह का सूचकांक मार्च, 2022 में गत माह के सूचकांक 567.98 की तुलना में 0.54 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 571.06 पर रहा।
समीक्षाधीन माह के दौरान सूचकांक में वृद्धि का प्रमुख कारण कोयला सबग्रुप में 4.21 प्रतिशत तथा पेट्रोल, डीजल एवं एलपीजी में 0.65 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज होना रहा है। 
वार्षिक आधार पर मार्च, 2021 की तुलना में ईंधन, शक्ति, प्रकाश एवं उपस्नेहक समूह में 2.34 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। 
उन्होंने बताया कि विनिर्मित उत्पाद समूह का सूचकांक मार्च, 2022 में गत माह फरवरी, 2022 के सूचकांक 297.71 की तुलना में 0.82 प्रतिशत बढ़कर 300.16 पर पहुंच गया है।
समीक्षाधीन माह के दौरान सूचकांक में वृद्धि का मुख्य कारण खाद्य उत्पादों में 2.07 प्रतिशत, मादक पेय पदार्थ एवं तम्बाकू उत्पाद (0.07 प्रतिशत), कताई बुनाई व परिष्करण (0.59 प्रतिशत), अधातु एवं खनिज उत्पाद (0.04 प्रतिशत), बुनियादी कीमती व लौह धातु (1.75 प्रतिशत) तथा सामान्य प्रयोजन मशीनरी (0.02 प्रतिशत) की कीमतों में वृद्धि होना रहा है। 
जबकी लकड़ी एवं लकड़ी उत्पाद (1.63 प्रतिशत) एवं केमिकल (0.23 प्रतिशत) की कीमतों में कमी रही हैं। वार्षिक आधार पर मार्च, 2021 की तुलना में विनिर्मित उत्पाद समूह में 7.46 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।