झटके पे झटका: ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से जुड़ने के बजाए बिखर रही कांगेस! अब यहां के पार्टी नेता ने कहा- कांग्रेस अलविदा
असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव कमरुल इस्लाम चौधरी ने असम कांग्रेस के दिशाहीन और भ्रमित नेतृत्व का हवाला देते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। कमरुल इस्लाम ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजा है।
गुवाहाटी | ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से भारत के विपक्षी दलों को जोड़ने के चक्कर में कांग्रेस खुद बिखरती नजर आ रही है। देश के कई राज्यों और राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी से नेताओं का अलग होना लगातार जारी है। अब असम में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव कमरुल इस्लाम चौधरी ने कांग्रेस से नाता तोड़ लिया है। गौरतलब है कि, कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी के नेतृत्व में कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा निकाल रही है, लेकिन इसका पार्टी के नेताओं पर उलटा प्रभाव पड़ता दिखाई दे रहा है। नेता जुड़ने के बजाए टूटते नजर आ रहे हैं।
सोनिया गांधी को भेजा इस्तीफा
असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव कमरुल इस्लाम चौधरी ने असम कांग्रेस के दिशाहीन और भ्रमित नेतृत्व का हवाला देते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। कमरुल इस्लाम ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजा है। बता दें कि, कमरुल इस्लाम चौधरी असम प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ के राष्ट्रीय सचिव भी थे।
एपीसीसी के दिशाहीन और भ्रमित नेतृत्व ने किया यक कदम उठाने पर मजबूर
राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग के खिलाफ पार्टी द्वारा कोई भी एक्शन नहीं लिए जाने से नाराज कमरुल इस्लाम ने अपना इस्तीफा सौंपते हुए लिखा है कि, पिछले कुछ महीनों के दौरान एपीसीसी के दिशाहीन और भ्रमित नेतृत्व के कारण असम में कांग्रेस पार्टी की वर्तमान अस्थिरता ने मेरे लिए आईएनसी के सदस्य के रूप में बने रहने का कोई कारण नहीं छोड़ा है। उन्होंने आगे लिखा है कि, राष्ट्रपति चुनाव में पार्टी नेताओं ने क्रॉस वोटिंग की। एपीसीसी अध्यक्ष भूपेन बोरा सहित राज्य के अधिकांश वरिष्ठ नेताओं ने ऐसे विधायकों को सार्वजनिक रूप से गद्दार तक कहा, लेकिन इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
कई दिग्गज नेताओं ने कहा अलविदा कांग्रेस
बीते कुछ सालों में कांग्रेस पार्टी से असंतुष्ट होकर कई दिग्गज नेता पलायान कर गए है। जिनमें गुलाम नबी आजाद, अश्विनी कुमार, सुनील जाखड़, कपिल सिब्बल, जितिन प्रसाद, आरपीएन सिंह पार्टी का साथ छोड़ चुके हैं।