Earthquake: भूकंप से कांपा अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.4 दर्ज

अंडमान-निकोबार में आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.4 दर्ज की गई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक भूकंप के झटके पोर्टब्लेयर से 106 किमी पूर्व-उत्तर पूर्व में थे। जबकि, भूकंप की गहराई जमीन से 70 किमी नीचे दर्ज की गई है।

नई दिल्ली । देश के कई हिस्सों में भूकंप आने का सिलसिला लगातार जारी है। अब अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में आज सुबह धरती कांप उठी। यहां शनिवार को सुबह 6 बजकर 59 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। जिसके चलते लोगों में अफरा-तफरी मच गई। 

भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.4 दर्ज
आज सुबह अंडमान-निकोबार में आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.4 दर्ज की गई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक भूकंप के झटके पोर्टब्लेयर से 106 किमी पूर्व-उत्तर पूर्व में थे। जबकि, भूकंप की गहराई जमीन से 70 किमी नीचे दर्ज की गई है। भूकंप से एक बारगी तो लोगों में हड़कंप मच गया। हालांकि, भूकंप के इन झटकों से अब तक किसी के हताहत होने या नुकसान की सूचना नहीं मिली है। 

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ऐसे मापी जाती है भूकंप की तीव्रता
आपको बता दें कि, भूकंप आने के दो कारण होते हैं-प्राकृतिक या मानवजनित। ज्यादातर भूकंप भूगर्भीय दोषों के कारण आते हैं। ये मुख्य दोष भारी मात्रा में गैस प्रवास, ज्वालामुखी, पृथ्वी के भीतर गहरी मीथेन, भूस्खलन अथवा नाभिकीय परिक्षण हैं। भूकंप की तीव्रता मापने के लिए रिक्टर स्केल का पैमाना इस्तेमाल किया जाता है जिसे ‘रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल’ कहा जाता है। रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है। भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से मापा जाता है। 3 रिक्टर की तीव्रता से आने वाला भूकंप सामान्य होता है जबकि 7 रिक्टर से आने वाला भूकंप गंभीर क्षति पहुंचाने वाला होता है।

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