कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट पर WHO: WHO ने कोरोना वैक्सीन नहीं मिलने पर जताई चिंता, अमीर देश अनलॉक तो गरीब देशों में वैक्सीन की कमी

विश्वभर में कोरोना का नया वैरिएंट लोगों के लिए परेशानी बनता जा रहा है। कोरोना के डेल्टा और डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी के बाद वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने गरीब देशों के लिए वैक्सीन मांगी है। इंटरनेशनल हेल्थ बॉडी के चीफ डॉ. टेड्रोस गेब्रेयेसस ने कहा कि अमीर देश अब अनलॉक हो रहे हैं।

नई दिल्ली।
विश्वभर में कोरोना का नया वैरिएंट लोगों के लिए परेशानी बनता जा रहा है। कोरोना के डेल्टा और डेल्टा प्लस वैरिएंट (Delta and Delta Plus variants) के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी के बाद वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने गरीब देशों के लिए वैक्सीन मांगी है। इंटरनेशनल हेल्थ बॉडी के चीफ डॉ. टेड्रोस गेब्रेयेसस (Dr. Tedros Ghebreyesus) ने कहा कि अमीर देश अब अनलॉक हो रहे हैं। वहां बड़ी संख्या में युवा आबादी को भी वैक्सीन लगाई जा रही है, लेकिन गरीब देशों में हालात बिल्कुल उलट हैं। यहां वैक्सीन की किल्लत की वजह से लोगों को सुरक्षा देना मुश्किल होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि अफ्रीका में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।

पिछले हफ्ते यहां कोरोना के मामले और मौतें करीबन 40 प्रतिशत तक बढ़ गई। कोरोना का डेल्टा वैरिएंट पूरी दुनिया में फैला रहा है। ऐसे देशों को हम वैक्सीन नहीं दे पा रहे हैं। ग्लोबल कम्यूनिटी के तौर पर हम फेल हो रहे हैं। Delta variant कम से कम 85 देशों में फैल गया है। ऐसे में गरीब देशों में टीके की कमी इसके खतरे को और बढ़ा रही है। अमीर देश विकासशील देशों को तत्काल टीका नहीं देना चाहते। ऐसे देश निराश हैं क्योंकि उनके पास टीके नहीं हैं। उन्होंने बिना किसी देश का नाम लिए पूछा कि अगर टीका नहीं, तो आप क्या साझा करेंगे?'
चौंकाने वाला तथ्य:30 से 40 देशों में टीके की कमी
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के चीफ वरिष्ठ सलाहकार ब्रूस एल्वार्ड ने बताया कि कई देश ऐसे हैं, जहां पर कोविशील्ड वैक्सीन का एक डोज दिए जाने के बाद दूसरे डोज की कमी हो गई है। यह कमी 30 से 40 देशों में है। इसको दूर करने के लिए भारत सरकार और सीरम इंस्टीट्यूट (Government of India and Serum Institute) से वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए मदद मांगी गई है। ब्रूस एल्वार्ड ने बताया कि अफ्रीका, लैटिन अमेरिका, मध्य पूर्व और दक्षिण एशिया के देशों में वैक्सीन की ज्यादा किल्लत है। दुनियाभर में कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने की वैश्विक पहल कोवैक्स के जरिए अब तक 100 से अधिक देशों को वैक्सीन मुहैया करवाई गई है। इसके जरिए सबसे पहले 24 फरवरी को पश्चिमी अफ्रीकी देश घाना को वैक्सीन दी गई थी। WHO को उम्मीद है कि कोवैक्स इस साल कम से कम दो अरब टीकों की आपूर्ति कर सकता है। जिन 100 देशों को टीके दिए गए हैं, उनमें से 61 देश, 92 कम आय वर्ग वाली अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हैं।