Navy @ फ्लैग आफिसर कमांडिंग इन चीफ : वाइस एडमिरल अजेंद्र बहादुर सिंह ने संभाला फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के रूप में पदभार,एडमिरल आर. हरि कुमार ने संभाली कमान

वाइस एडमिरल अजेंद्र बहादुर सिंह ने वाइस एडमिरल आर. हरि कुमार से आईएनएस शिकरा में आयोजित शानदार औपचारिक परेड में पश्चिमी नौसेना कमान (डब्ल्यूएनसी) के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (एफओसी-इन-सी) के रूप में पदभार ग्रहण किया।

नई दिल्ली, एजेंसी। 
वाइस एडमिरल अजेंद्र बहादुर सिंह ने वाइस एडमिरल आर. हरि कुमार से आईएनएस शिकरा में आयोजित शानदार औपचारिक परेड में पश्चिमी नौसेना कमान (डब्ल्यूएनसी) के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (एफओसी-इन-सी) के रूप में पदभार ग्रहण किया। पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के रूप में कार्यभार संभालने से पूर्व वाइस एडमिरल अजेंद्र बहादुर सिंह ने पूर्वी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के रूप में कार्य किया है। वह उन कुछ कमांडर-इन-चीफ में से एक हैं, जिन्हें भारतीय नौसेना के दोनों परिचालन कमान का नेतृत्व करने के लिए विशिष्ट सम्मान और अद्वितीय गौरव से सम्मानित किया गया है। वाइस एडमिरल ए.बी. सिंह ने मुंबई के नौसेना डॉकयार्ड में गौरव स्तंभ – विक्ट्री एट सी मेमोरियल पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन सभी कर्मियों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की जिन्होंने राष्ट्र की सेवा में सर्वोच्च बलिदान दिया है।

वाइस एडमिरल ए.बी. सिंह को 1 जुलाई 1983 में नौसेना में कमीशन प्रदान किया गया था। सिंह नेविगेशन और डायरेक्शन के विशेषज्ञ है। वे उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल, लखनऊ और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला के पूर्व छात्र है। इन्होंने क्रैनफील्ड यूनिवर्सिटी इंग्लैंड से वर्ष 2005 में ग्लोबल सिक्योरिटी में मास्टर डिग्री भी हासिल की है। अति विशिष्ट सेवा पदक और विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित वाइस एडमिरल ए.बी. सिंह ने अपने नौसैनिक करियर के दौरान अनेक प्रमुख परिचालन, स्टाफ एवं प्रशिक्षण नियुक्तियां भी की हैं। वे ऑपरेशन पराक्रम के दौरान पश्चिमी बेड़े के फ्लीट नेविगेटिंग ऑफिसर के अलावा आईएनएस कमोर्ता (ऑपरेशन पवन के दौरान) और विध्वंसक आईएनएस रंजीत के नेविगेटिंग ऑफिसर भी रहे थे।

एडमिरल आर. हरि कुमार ने नौसेना स्टाफ के 25वें प्रमुख के रूप में भारतीय नौसेना की कमान संभाली
वहीं दूसरी ओर एडमिरल आर. हरि कुमार, पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम, एडीसी ने आज नौसेना स्टाफ के 25वें प्रमुख के रूप में भारतीय नौसेना की कमान संभाली। उन्होंने एडमिरल करमबीर सिंह का  स्थान ग्रहण किया है, जो भारतीय नौसेना में 41 साल से अधिक के अपने शानदार करियर के बाद सेवानिवृत्त हुए हैं। एडमिरल आर. हरि कुमार प्रतिष्ठित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला के पूर्व छात्र रहे हैं। उन्हें 1 जनवरी, 1983 को भारतीय नौसेना में कमीशन मिला था। अपने 38 वर्ष से अधिक के शानदार करियर के दौरान  उन्होंने तटरक्षक जहाज सी-01, भारतीय नौसेना जहाज के निशंक, कोरा, रणवीर तथा विमान वाहक आईएनएस विराट की कमान संभाली है। एडमिरल आर. हरि कुमार तोपखाना विशेषज्ञ रहे हैं। उन्होंने पश्चिमी बेडे के फ्लीट ऑपरेशंस ऑफिसर और फ्लीट गनरी ऑफिसर, आईएनएस विपुल के कार्यकारी अधिकारी (ईएक्सओ), आईएनएस रंजीत के गनरी ऑफिसर (जीओ), आईएनएस कुठार के कमीशनिंग जीओ और आईएनएस रणवीर के कमीशनिंग क्रू सहित अनेक महत्वपूर्ण पदों को सुशोभित किया है।