यूपी की सियासत में हलचल : कांग्रेसी नेता जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने के बाद यूपी सीएम का दिल्ली दौरा, गृहमंत्री से मिले योगी

कोरोना की दूसरी लहर का असर कम होने के साथ ही उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़े फेरबदल के कई मायने निकाले जा रहे है। ऐसे में कांग्रेसी नेता का भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने से यूपी की सियासत में हलचल हो गई। ऐसे में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अचानक दो दिन का दिल्ली का प्रोग्राम बना लिया।

नई दिल्ली।
कोरोना की दूसरी लहर का असर कम होने के साथ ही उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़े फेरबदल के कई मायने निकाले जा रहे है। ऐसे में कांग्रेसी नेता का भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने से यूपी की सियासत में हलचल हो गई। ऐसे में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने गुरुवार को अचानक दो दिन का दिल्ली का प्रोग्राम बना लिया। गुरुवार शाम करीब चार बजे वो दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह के घर भी पहुंच गए। यहां उनकी करीब डेढ़ घंटे तक शाह के साथ मीटिंग हुई। इसी बीच भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिलने उनके आवास पहुंचे हैं। योगी आज ही नड्डा से भी मिलेंगे। इसके बाद कल वे मोदी से भी मुलाकात करेंगे। यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होंगे। विधानसभा से पूर्व मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर उत्तर प्रदेश की राजनीति में  कई तरह की अटकले लगाई जा रही है।

मिर्जापुर की सांसद अनुप्रिया अपनी बात शाह के सामने रख सकती हैं। इसके अलावा जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव भी उनका एजेंडा हो सकता है। इसके अलावा अगले साल होने वाले चुनावों में प्रत्याशियों को लेकर भी चर्चा कर सकती हैं। कुछ दिनों पहले ही भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष और प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह ने उत्तर प्रदेश में संगठन और सरकार के कामकाज का जायजा लिया था। कई मंत्रियों से मुलाकात करके उनकी नाराजगी जानी थी। संगठन से जुड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का एजेंडा
कोरोना महामारी के सेकेंड वेव में कैसे हालात रहे और सरकार ने कैसे कम समय में इन हालात पर काबू पाया? के साथ कोरोना की थर्ड वेव के लिए यूपी में कैसी तैयारी है? कैसे हेल्थ सेक्टर में काम किया है? इस सब विषयों पर योगी की मोदी के साथ चर्चा हो सकती है। 
उत्तर प्रदेश चुनाव और विधानसभा चुनाव 
UP में 2022 में विधानसभा चुनाव है, उससे पहले राज्य को कोरोना फ्री करने की बड़ी चुनौती सरकार के सामने है। इसको लेकर भी प्रधानमंत्री से चर्चा संभव है। मुख्यमंत्री योगी के दिल्ली पहुंचते ही एक बार फिर से कैबिनेट विस्तार को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। बताया जाता है कि योगी के UP आने के बाद इसका ऐलान हो सकता है। सरकार में कई नए चेहरों को जगह मिल सकती है। इसके अलावा कुछ लोगों को संगठन में भी जिम्मेदारी दी जाएगी।