राजस्थान परिवहन मंत्री की समीक्षा बैठक: परिवहन मंत्री ओला ने ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रेक की समीक्षा बैठक के दौरान रियल टाइम ट्रायल रिजल्ट जारी करने के दिए निर्देश

परिवहन राज्य मंत्री अधिकारियों से कहा कि ट्रेक पर टेस्ट देने वाले आवेदकों के रियल टाइम ट्रायल रिजल्ट जारी करने पर विचार किया जाएं। ओला ने कहा कि प्रदेश में 13 परिवहन कार्यालयों में ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रेक पर लाइसेंस आवेदकों का परीक्षण किया जा रहा है। 

जयपुर।
परिवहन मंत्री बृजेंद्र सिंह ओला की अध्यक्षता में मंगलवार को परिवहन भवन में ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रेक की समीक्षा बैठक हुई। 
इसमें परिवहन राज्य मंत्री अधिकारियों से कहा कि ट्रेक पर टेस्ट देने वाले आवेदकों के रियल टाइम ट्रायल रिजल्ट जारी करने पर विचार किया जाएं। 
ओला ने कहा कि प्रदेश में 13 परिवहन कार्यालयों में ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रेक पर लाइसेंस आवेदकों का परीक्षण किया जा रहा है। 
विभाग द्वारा 24 परिवहन कार्यालयों में ट्रेक निर्माण के लिए प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति जारी की गई है। इनमें से 12 जगहों पर राजस्थान स्टेट रोड डवलमेंट कॉर्पोरेशन द्वारा निर्माण कार्य (सिविल वर्क) पूरा हो चुका है। इन्हें जल्दी ही शुरू कराया जाएगा।


उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि ऑटोमेटेड टेस्ट ट्रेक पर मानवीय हस्तक्षेप नहीं हो, इसकी सुनिश्चितता की जायें। समीक्षा बैठक में विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अभय कुमार ने कहा कि ड्राइविंग लाइसेंस बनाने में किसी भी तरह लापरवाही नहीं होनी चाहिए। 
प्रादेशिक, जिला परिवहन अधिकारी लाइसेंस प्रक्रिया पर निगरानी रखें। उन्होंने ट्रेक के अलावा सिम्युलेटर से भी टेस्ट लेने और ट्रेक पर आवेदक के प्रवेश पर बायोमैट्रिक सत्यापन कराने का सुझाव दिया।
परिवहन आयुक्त महेंद्र सोनी ने बताया कि ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रेक से पारदर्शिता आई है। ट्रायल में तकनीकी परीक्षण के बाद ही निर्धारित अंक प्राप्त करने पर ही आवेदक को लाइसेंस दिया जा रहा है। 
यह कदम सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में कारगार साबित होगा। विभाग द्वारा सभी परिवहन कार्यालयों में ऑटोमेटेड टेस्ट ट्रेक बनाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। 
समीक्षा बैठक के बाद सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के आगामी स्टेट सपोर्ट प्रोग्राम फॉर स्ट्रेंगथनिंग रोड सेफ्टी पर भी विस्तृत चर्चा हुई। 
इन बैठकों में अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, यातायात वी.के. सिंह, अपर परिवहन आयुक्त आकाश तोमर, महेंद्र खींची ने भी विचार रखें।