विकास नहीं तो मतदान नहीं: जब तक गांव की समस्याओं का नहीं होगा समाधान, नहीं करेंगे मतदान, ग्रामीणों ने लिया फैसला करेंगे मतदान का बहिष्कार

चुनावों के समय किए जाने वाले वादों से अब ग्रामीण मतदाता झांसे में आने वाले नहीं हैं। अब सिरोही जैसे पिछड़े जिले के ग्रामीणों ने जागरूकता का परिचय देते हुए शासन और प्रशासन के विरुद्ध कड़ा फैसला लेने की हिम्मत दिखाई हैं।

सिरोही। चुनावों के समय किए जाने वाले वादों से अब ग्रामीण मतदाता झांसे में आने वाले नहीं हैं। अब सिरोही जैसे पिछड़े जिले के ग्रामीणों ने जागरूकता का परिचय देते हुए शासन और प्रशासन के विरुद्ध कड़ा फैसला लेने की हिम्मत दिखाई हैं। सिरोही जिले की रेवदर पंचायत समिति के हरनी-अमरापुरा ग्राम पंचायत के अधीन आने वाले अनापुर के ग्रामीणों ने आज जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव में मतदान बहिष्कार की चेतावनी दे दी हैं। अनापुर के ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में कड़े शब्दों में कहा कि जब तक गांव की समस्याओं का समाधान नही होगा तब तक मतदान भी नही करेंगे।

ये बताई गांव की समस्याएं

अनापुर के ग्रामीणों ने अपने ज्ञापन में मुख्य रूप से दो बड़ी समस्याओं का जिक्र किया हैं। जिसमें पहली समस्या गांव में पेयजल की हैं। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई वर्षों से पेयजल सप्लाई की पाइपलाइन क्षतिग्रस्त पड़ी हैं पर अभी तक नई पाइपलाइन डालकर पेयजल आपूर्ति सुचारू नही की गई हैं, ऐसे में ग्रामीणों के सामने पेयजल की विकट समस्या उत्पन्न हो गई हैं। जिसका समाधान करना नितांत आवश्यक हैं। वहीं ग्रामीणों ने दूसरी समस्या बताते हुए लिखा हैं कि गांव में पिछले 31 साल से उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं जिसमें 330 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, वहीं गांव के अन्य विद्यालयों में भी 250 से अधिक छात्र छात्राओं का नामांकन हैं। बावजूद गांव के इस उच्च प्राथमिक विद्यालय को माध्यमिक विद्यालय में क्रमोन्नत नही किया जा रहा हैं, जिसके चलते गांव की बालिकाओं को 8 वीं के बाद स्कूल छोड़ने पर मजबूर होना पड़ रहा हैं।